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नागपुर में ड्रग्स का खतरा इंटरपोल की मदद से कराएं जांच - आशीष देशमुख
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सुशांत प्रकरण को लेकर मुंबई में चल रही जांच के बीच पूर्व विधायक आशीष देशमुख ने नागपुर में ड्रग्स बिक्री की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मुंबई की तरह नागपुर में भी नशे का कारोबार चल रहा है। यहां नशे के कारण आत्महत्याएं हो रही हैं। इन मामलों की जांच सीबीआई व एनसीबी से कराने के अलावा अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसी इंटरपोल की मदद लेनी चाहिए। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर नागपुर के बारे में जानकारी दी है।
ड्रग संबंधी 94 मौत
देशमुख ने वर्ष 2019 के नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि पिछले वर्ष नागपुर में ड्रग मामले में 94 लोगों की मौत हुई। मुंबई में 88 व पुणे में 70 मौतें हुईं। एनसीआर के अनुसार 2019 में राज्य में विविध कारणों से आत्महत्या के 2256 प्रकरण दर्ज किए गए। रिपोर्ट से पता चला है कि नागपुर में पिछले वर्ष 636 लोगों ने आत्महत्या की। इनमें 94 नशीली दवाओं के दुरुपयोग के कारण, 371 पारिवारिक विवाद, 111 स्वास्थ्य विकार व 6 मौत के मामले वैवाहिक समस्याओं से संबंधित थे। देशमुख ने कहा है कि नागपुर में ड्रग पेडलर्स नशे का हब बनाते प्रतीत हो रहे हैं। मध्यभारत और नागपुर जैसे शहरों में ये अपना मार्ग खोजते हैं।
Created On :   20 Sept 2020 5:59 PM IST