22 अप्रैल को भेडवल की घट रचना- ऐसी की जाती है तैयारी
डिजिटल डेस्क, जलगांव जामोद. फसल परिस्थिति, बारिश समेत सामाजिक, आर्थिक एवं देश की राजकीय परिस्थिति का अनुमान व्यक्त करने वाले पूरे महाराष्ट्र में प्रसिद्ध भेंडवल की घट रचना अक्षय तृतीया के मुहूर्त पर की जाएगी। भविष्यवाणी 23 अप्रैल को की जाएगी। इस साल बारिश का अनुमान क्या रहेगा, इस ओर परिसर के पूरे किसानों का ध्यान लगा हुआ है।
फसल परिस्थिति का अनुमान, अतिवृष्टि, अकाल, देश की आर्थिक परिस्थिति, राजकीय भविष्यवाणी, पृथ्वी तालाब पर आनेवाले संकट, परकीय शत्रु से होनेवाले खतरे जैसे कई सवालों का जवाब भेंडवल रचना के माध्यम से टटोलने की ओर महाराष्ट्र के किसानों का ध्यान लगा रहा है। बरसात, फसल परिस्थिति, राजकीय स्थिति एवं आर्थिक संकट के संदर्भ में ठोकताले इस घट रचना के माध्यम से बताए जाते हैं। जिस कारण सामान्य जनता समेत राजकीय लोगों को भी इस रचना को लेकर बहुत उत्सुकता रहती है। जलगांव जा तहसील के पूर्णा नदी के किनारे बसे भेंडवल गांव में घट रचना की यह परंपरा 300 साल से शुरू है। भेंडवल की घट रचना शनिवार 22 अप्रैल अक्षय तृतीया को शाम को की जाएगी। रचना के अनुसार भविष्यवाणी २३ अप्रैल को सुबह चंद्रभान महाराज के वंशज पुंजाजी महाराज एवं सारंगधर महाराज घोषित करेंगें। घट रचना हमेशा की भांति किसानों की उपस्थिति में की जाएगी। इस दौरान किसान बड़े पैमाने पर घट रचना की भविष्यवाणी सुनने के लिए उपस्थित रहते हैं।
अक्षय तृतीया को शाम के समय गांव के बाहर बस स्थानक समीप के खेत में घट की रचना की जाती है। घट में गेहूं, ज्वार, तुअर, उड़द, मूंग, चना, जवस, तिल, भादली, बाजरी, चावल, अंबाड़ी, सरकी, वटाणा, मसूर, करडी आदि १८ प्रकार के अनाज रखे जाते हैं। घट के मध्यभाग मिट्टी के ढेकले, उस पर पानी से भरी गागर रखते हैं। पान-सुपारी, पुड़ी, पापड़, सांडोली, कुरडई यह खाद्य पदार्थ रखे जाते हैं। पूरी रात इस उस जगह कोई भी नहीं रूकता। दूसरे दिन सुबह इस घट में हुए बदलाव का निरीक्षण किया जाता है, पश्चात भविष्यवाणी बताई जाती है।
किसान करते हैं बुवाई का नियोजन
किसानों का इस रचना पर विश्वास है, संभावना सुनकर किसान खरीफ एवं रबी मौसम का नियोजन करते हैं। आधुनिक काल में मौसम विभाग कितना भी सटीक अनुमान व्यक्त करता हो, तब भी इस दौर में भी भेंडवल घट रचना का महत्व कम नहीं हुआ।
Created On :   18 April 2023 6:37 PM IST