सरकार ने स्वीकारा नागपुर सहित हिंगोली, वाशिम और चंद्रपुर में पानी के नमूने दूषित

Government accepts that water of hingoli, chandrapur and vashim area are contaminated
सरकार ने स्वीकारा नागपुर सहित हिंगोली, वाशिम और चंद्रपुर में पानी के नमूने दूषित
सरकार ने स्वीकारा नागपुर सहित हिंगोली, वाशिम और चंद्रपुर में पानी के नमूने दूषित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पानी की गुणवत्ता को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन यह दावे प्रयोगशाला में दम तोड़ रहे हैं। सरकार ने दैनिक भास्कर की उस खबर पर मुहर लगाई है, जिसमें दावा किया गया था कि विदर्भ में पानी की गुणवत्ता ठीक नहीं है। विधानपरिषद में सरकार ने स्वीकार किया कि विदर्भ के नागपुर, वाशिम, चंद्रपुर समेत हिंगोली में पानी के नमूने दूषित हैं। नागपुर जिले में 10 प्रतिशत पानी के नमूने दूषित पाए गए है। दूषित जलापूर्ति के कारण विविध रोगों से 246 लोग बीमार हुए हैं। इसी तरह चंद्रपुर में 12.90 प्रतिशत पानी दूषित है। बीमार लोगों की संख्या 114 है। वाशिम में 18.15 प्रतिशत तो हिंगोली में 25 प्रतिशत पानी दूषित पाया गया है।

132 नमूने पीने योग्य नहीं
दैनिक भास्कर ने समय-समय पर बताया कि विदर्भ के 6 जिलों में स्थानीय प्रशासन की ओर से जल नमूनों को इकठ्ठा किया जाता है। कुल 10 हजार 486 नमूने इकठ्ठे किए गए। इनमें 9 हजार 262 नमूनों की जांच की गई। जांच के पश्चात 1 हजार 275 नमूनों को दूषित घोषित किया गया है। इनमें नागपुर जिले के 1992 नमूनों को इकठ्ठा किया गया, इनमें से सभी नमूनों की जांच के बाद 132 नमूने पीने योग्य नहीं थे। इसके चलते पेयजल की गुणवत्ता पर अधिक जोर देने की आवश्यकता व्यक्त की जा रही है। 

मंत्री ने दिया लिखित में जवाब
प्रश्नोत्तर के दौरान विधानपरिषद सदस्य प्रकाश गजभिये ने पानी की गुणवत्ता को लेकर सवाल उपस्थित किया था। उन्होंने कहा कि शुद्ध जलापूर्ति करने का सरकार का प्रयास सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की प्रयोगशाला की जांच में असफल साबित हुआ है। राज्य में आधे से ज्यादा जिले की पानी टंकियां, कुएं, बोरवेल, टैंकर आदि पानी के स्रोत में पानी दूषित होने का दावा किया गया है।

लिखित जवाब में जलापूर्ति मंत्री बबनराव लोणीकर ने कहा कि भूजल सर्वेक्षण व विकास विभाग की जिला प्रयोगशाला और उपविभागीय प्रयोगशाला के पास जल सुरक्षा द्वारा लाए पानी के नमूने की अणुजैविक जांच रिपोर्ट अनुसार नागपुर जिले में 9.80 प्रतिशत पानी के नमूने दूषित होने का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट मिलने के तुरंत बाद संबंधित ग्राम पंचायतों को सूचित किया जाता है। इस अनुसार आवश्यक उपाय योजना किए जाते हैं।

 

Created On :   10 July 2018 10:25 AM IST

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