ठेका कर्मियों के भरोसे चल रहा सरकारी कामकाज
दूसरे दिन भी हड़ताल पर डटे रहे कर्मचारी
जिले में सिर्फ 1 हजार 996 कर्मचारी ड्युटी पर
नागरिकों को करना पड़ रहा समस्याओंं का सामन
डिजिटल डेस्क, वर्धा, प्रणिता राजुरकर | पुरानी पेंशन की मांग को लेकर जिले के अधिकतर कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए हैं। इससे शासकीय कार्यालय आधे खाली होकर कुछ विभाग छोड़कर केवल 1 हजार 996 कर्मचारी ऑन ड्यूटी है, जो काम का जिम्मा संभाल रहे है। इसमें गट अ के 232, गट ब के 186, गट क के 1205 तथा गट ड के 373 कर्मचारियों का समावेश हैं। इन कर्मचारियों के भरोसे विभिन्न विभागों का काम चल रहा है। अनेक विभागों में कामकाज प्रभावित होने से जिला प्रशासन को कसरत करनी पड़ रही है। इस आंदोलन के परिणाम दिखने लगे हैं। हड़ताल के दूसरे दिन आंदोलन में शामिल लगभग सभी शासकीय कार्यालय आधे से अधिक खाली नजर आए। इक्का-दुक्का कर्मचारी कार्यालय में मौजूद थे। इससे नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिला प्रशासन ने भी नागरिकों के कामों को सुचारू रखने के लिए विकल्प के तौर पर ठेका ऑपरेटरों पर काम का जिम्मा सौंपा है। इसके बावजूद अनेक नागरिकों के काम अधर में अटके हैं। कार्यालयों का कामकाज भी प्रभावित हुआ है। अगर जल्द ही आंदोलन को लेकर कोई हल नहीं निकला तो हालात गंभीर होने आशंका नकारी नहीं जा सकती। जिले में जिप में 6211, जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय 42, जिला उद्योग केंद्र 8, अन्न व औषधि प्रशासन विभाग 13, जिला व्यवसाय शिक्षण प्रशिक्षण कार्यालय 138, सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग 76, सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग आर्वी 43, जिला भूमि अभिलेख 151, नगर परिषद प्रशासन 1112, भूजल सर्वेक्षण विकास विभाग 14, जिप स्वास्थ्य विभाग 654, जिला सूचना अधिकारी कार्यालय 6, जिला नियोजन कार्यालय 12, जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय 135, जिला अस्पताल, जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय 538, जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय 18, जिला क्रीड़ा अधिकारी कार्यालय 5, जिला उपनिबंधक कार्यालय 30, सिंचाई विभाग 76, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी कार्यालय 343, सहायक आयुक्त समाजकल्याण 66, उपप्रादेशिक परिवहन कार्यालय 30, जिला ग्रंथालय 3, कामगार विभाग 5, लघु सिंचाई विभाग 69, नगर रचनाकार विभाग 8, जिला कोषागार 46, कार्यकारी अभियंता महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण 29 तथा जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 42, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी 9, कार्यकारी अभियंता निम्न नहर विभाग 76, जिला सैनिक कल्याण कार्यालय 6 तथा सहायक आयुक्त मत्स्य व्यवसाय में 16 अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत हैं। उसमें से 9 हजार 961 कर्मचारी कार्यरत हैं। जिसमें गट अ के 178, गट ब के 212, गट क के 7999 तथा गट ड के 1572 कर्मियों का समावेश है। इन कर्मियों में से पूर्व अनुमति से 264 कर्मचारी अनुपस्थित हंै। जिनमें गट अ के 5, गट ब के 9, गट क के 217 तथा गट ड के 33 कर्मी हैं। वहीं आंदोलन में प्रत्यक्ष शामिल कर्मचारियों की संख्या 8 हजार 108 हैं। जिसमें गट अ के 12, गट ब के 26, गट क के 6 हजार 769, गट ड के 1 हजार 301 कर्मियों का समावेश है। जिप के सर्वाधिक कर्मचारी हड़ताल पर: इस आंदोलन में जिला परिषद के सबसे अधिक कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए हैं। जिला परिषद में 6 हजार 211 कर्मचारी कार्यरत हैं। इसमें से गट अ के 79, गट ब के 42, गट क के 5 हजार 786, गट ड के 304 कर्मचारियों का समावेश है। उनमें से पूर्व अनुमति से 138 कर्मचारी अवकाश पर है। वहीं आंदोलन में 5 हजार 246 कर्मचारी प्रत्यक्ष रूप से शामिल हुए है। वहीं 827 कर्मचारी कार्यरत हैं। 90 फीसदी प्राथमिक शिक्षक भी हड़ताल में शामिल: इस आंदोलन में जिला परिषद प्राथमिक शिक्षक भी शामिल हुए हैं। लगभग 90 फीसदी शिक्षक हड़ताल में है। जिले में 2 हजार 569 शिक्षक कार्यरत है। उनमें से 2 हजार 311 शिक्षक हड़ताल में प्रत्यक्ष सहयोग दे रहे है। वहीं 205 शिक्षकों ने हड़ताल में हिस्सा नहीं लिया है। 53 शिक्षक लंबे अवकाश पर होने की जानकारी महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति के राज्याध्यक्ष विजय कोंबे ने दी है।
Created On :   16 March 2023 7:49 PM IST