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राज्यपाल बोले - आदिवासियों के लिए विचार मंथन सराहनीय कार्य
डिजिटल डेस्क, नागपुर. आदिवासियों में भरपूर क्षमता है। उनकी क्षमता का उपयोग कर विकास के लिए नियोजन करना चाहिए। यह बात राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने कही।
गोंडवाना विद्यापीठ गड़चिरोली व राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय ‘आदिवासी विकास, पूर्व निरीक्षण व मार्ग’ विषय पर कुलगुरुओं का सम्मेलन हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल बोल रहे थे। उन्होंने महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश के कुलगुरुओं से कहा कि आदिवासियों के लिए विचार मंथन करना सराहनीय कार्य है। इसी तरह राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त ज्ञान का उपयोग कर विकास में योगदान देना चाहिए।
आदिवासियों को मुख्यधारा में लाते समय उनकी संस्कृति, परंपरा का जतन होना चाहिए। उन्हें नए प्रवाह में शामिल करना जरूरी है। उन्होंने आदिवासी और शिक्षा का महत्व बताया।
कार्यक्रम में नागपुर विद्यापीठ के कुलगुरु सुभाष चौधरी, गोंडवाना विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. प्रशांत बोकारे, राज्यपाल के प्रधान सचिव संतोष कुमार, डॉ. गजानन डांगे प्रमुखता से उपस्थित थे। इस अवसर पर पत्रिका का विमोचन किया गया।
पत्रिका के संबंध में कुलगुरु बोकारे ने बताया कि आदिवासियों के अधिकार और विकास के लिए उन्हें ज्ञान देना जरूरी है। उनकी आर्थिक हालात सुधारने के लिए विविध विषयों को शामिल किया गया है। सम्मेलन में पुणे, मुंबई, मराठवाड़ा, नाशिक व बिलासपुर स्थित विद्यापीठों के कुलगुुरु व प्राध्यापक उपस्थित थे।
प्रास्ताविक डॉ. गजानन डांगे ने किया। संचालन डॉ. श्याम कोरेटी ने किया। आभार डॉ. संजय दुधे ने माना।
Created On :   25 Dec 2022 5:02 PM IST