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राम मंदिर पर होगा केंद्र सरकार से सवाल-जवाब !

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संघ विचारक और राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक केएन गोविंदाचार्य ने सरकार की भूमिका पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण और गौ-सुरक्षा के विषय पर सरकार को जनादेश मिलने के बावजूद अब तक इसपर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने संकेत दिया कि इस बावत संघ परिवार 20 नवंबर के बाद केंद्र सरकार से जवाब मांगेगा।
स्वदेशी जागरण मंच के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए श्री गोविंदाचार्य नागपुर आए थे। वरिष्ठ प्रचारक व संघ परिवार के थिंक टैंक रहे गोविंदाचार्य ने केंद्र सरकार के कामकाज की सराहना की। लेकिन गौ रक्षा और राम मंदिर मुद्दे पर नाखुशी भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि तीन साल में कोई निर्णय नहीं लिया गया।
मोदी सरकार को जनादेश प्राप्त हुआ है। उसमें राम मंदिर और गोरक्षा विषय भी शामिल है। दोनों विषय पर निर्णय होगा। इसके लिए दो साल तक प्रतीक्षा की गई। दो साल होने के बाद नवंबर 2016 में मोदी सरकार को निवेदन दिया गया था। अब 20 नवंबर के बाद सरकार से इस बाबत जवाब मांगा जाएगा। हमारी मांग थी कि केंद्र सरकार गोरक्षा बाबत कानून बनाए। पार्टी विद डिफरेंस के रूप में भाजपा की ओर देखा जाता है, लेकिन पिछले कुछ सालों में परिवर्तन आया है। वह अच्छा है या बुरा? इसपर पार्टी नेताओं को विचार करने की जरूरत है।
चीन से लड़ने सामाजिक एकता की जरूरत
चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने के लिए नागपुर में स्वदेशी जागरण मंच द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया। मंच ने नागरिकों से चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए वस्तुओं की होली जलाई। इस दौरान राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक के.एन. गोविंदाचार्य ने कहा कि चीन और भारत की आर्थिक, राजनीतिक और भौगोलिक परिस्थिति अलग है। सीमा रेखा पर आयुध की मदद से चीन के विरोध में संघर्ष कर सकते हैं, लेकिन सामाजिक स्तर पर लड़ाई के लिए समाज की एकता आवश्यक है। चीन विरोधी लड़ाई के लिए इसी की ज्यादा जरूरत है।

Created On :   10 Aug 2017 2:34 PM IST