करोड़ों की GPS घड़ियां बनी शोपीस, नहीं हो रही कामचोरों पर कार्रवाई

GPS watches worth crores became totally useless and showpiece
करोड़ों की GPS घड़ियां बनी शोपीस, नहीं हो रही कामचोरों पर कार्रवाई
करोड़ों की GPS घड़ियां बनी शोपीस, नहीं हो रही कामचोरों पर कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका ने कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर GPS युक्त घड़ियां खरीदीं, लेकिन उनका उपयोग होता नजर नहीं आ रहा है। जिस उद्देश्य के लिए यह घड़ियां अधिकारियों, कर्मचारियों को पहनाईं गई थीं, लगता है मनपा उसे भूल गई है। यही वजह है कि न तो मनपा के पास यह रिकार्ड है कि कितने कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी पूरी नहीं की हैं और न ही उनकी ड्यूटी के हिसाब से वेतन में कटौती की जा रही है।

वितरण पूरा होने के बाद योजना पर अमल
जानकारी के अनुसार तत्कालीन मनपा आयुक्त अश्विन मुदगल के समय कैमरा वाली GPS सिस्टम से सुसज्जित घड़ियों को कर्मचारियों को देने का विषय सामने आया था। घड़ियों का 10 कर्मचारियों पर ट्रायल किया गया, तो सामने आया कि वह अपनी ड्यूटी पर सिर्फ 45 फीसदी समय ही रहे और 55 फीसदी समय उन्होंने ड्यूटी ही नहीं की। कर्मचारियों की कामचोरी के कारण मनपा को हो रहे नुकसान की वसूली उनका वेतन काटकर करने की बात कहकर इन घड़ियों की खरीदी पर मुहर लगाई गई थी।

मजे की बात यह भी है कि प्रबंधन का कहना है कि घड़ियों को वितरित किया जा रहा है और वितरण पूरा होने के बाद ही योजना को अमल में लाया जाएगा, जबकि घड़ियों का वितरण एक माह पूर्व हो चुका है और अभी तक ट्रेसिंग सिस्टम के आधार पर वेतन से कटौती चालू नहीं की गई है।

अब मोबाइल से करेंगे ट्रेस
GPS सिस्टम मनपा आयुक्त वीरेंद्र सिंह के मोबाइल में अपलोड करने की तैयारी की जा रही है। इससे यदि किसी कर्मचारी की शिकायत आती है कि वह अपनी ड्यूटी पर नहीं है, तो आयुक्त मोबाइल से उसे ट्रेस कर सकेंगे। यहां आपको बता दें कि मनपा में 3500 के करीब स्थायी कर्मचारी हैं, जिन्हें घड़ियां वितरण की जा चुकी हैं। 4200 एवजदार कर्मचारी हैं, जिन्हें घड़ियां बांटी जा रही हैं। इसके अतिरिक्त विभाग प्रमुख, जोनल अधिकारी, निरीक्षक सहित अन्य कर्मचारियों को भी यह घड़ियां दी गई हैं। फिलहाल वह सिर्फ समय दिखाने का काम कर रही हैं। करीब 8 हजार कर्मचारियों को घड़ियां बांटने की योजना है।

80 प्रतिशत बांटी जा चुकी हैं घड़ियां
जो लक्ष्य लिया गया है उसके हिसाब से करीब 80 फीसदी कर्मचारियों को घड़ियों का वितरण कर दिया गया है। सभी कर्मचारियों को घड़ियां वितरित होने के बाद उनको वेतन से अटैच किया जाएगा। अभी यह कहना मुश्किल होगा कि कब तक सभी घड़ियों का वितरण होगा। (जयंत दांडेगांवकर, उपायुक्त, मनपा)
 

Created On :   5 July 2018 12:39 PM IST

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