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चना नहीं बिकने से किसान को लगा सदमा, अस्पताल में भर्ती, पोर्टल बंद होने से बनी समस्या

डिजिटल डेस्क, परासिया/छिंदवाड़ा। मंडी में समर्थन मूल्य पर चना की खरीदी न होने पर एक किसान को ऐसा सदमा लगा कि वह अस्पताल में भर्ती हो गया। बताया जा रहा है कि बिक्री केन्द्र में आए किसान अब पोर्टल बंद होने से स्वयं का ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। चना नहीं बिकने से परेशान एक किसान बीमार हो गया, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया। वहीं अन्य किसानों ने अपनी समस्याओं का समाधान करवाने एसडीएम के माध्यम से आवेदन भेजकर कलेक्टर से गुहार लगाई है।
परासिया मंडी में बीते चार दिनों से परासिया, तामिया और जुन्नारदेव ब्लाक के किसान अपनी कृषि उपज बेचने डेरा जमाए हुए हैं। पोर्टल बंद होने से मंडी में खरीदी बंद हो गई है, जिससे किसानों के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है। बीते तीन दिनों से बारिश ने भी किसानों की समस्या बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ा। बारिश में भीगने से भी किसानों का गेंहू मंडी परिसर में ही अंकुरित होने लगा। शनिवार 9 जून को मंडी परिसर में चना लेकर पहुंचे किसानों की रसीद कट गई, किन्तु 32 किसान इस प्रक्रिया से वंचित रह गए।
कृषक पूनाराम बेलवंशी जुन्नारदेव, तुकाराम गाजनडोह, बिहारी लाल टेकापार, राजू चंद्रवंशी खंसवाड़ा, जितेन्द्र चौकसे चावलपानी, ओमप्रकाश चंद्रवंशी मानकादेही, भगवान बम्होरी, प्रेमलाल झिरपा, रामकृष्ण पवार बिजोरी, विनोद यदुवंशी रिछेड़ा, नारायण पनारा, पुरूषोत्तम मूसादेही कहते हैं कि चना नहीं बिका तो उन्हें परिवहन का अतिरिक्त खर्च करना होगा। वहीं बारिश में भीगा चना के अच्छे दाम भी मिलना मुश्किल होगा। सरकार किसी तरह चना खरीदी का रास्ता निकाले।
आंदोलन की दी चेतावनी
किसानों का चना मंडी में पहुंचकर भीगने और बिक्री नहीं होने से उनमें असंतोष भड़क गया। परासिया के पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष जमील खान के नेतृत्व में किसानों ने कलेक्टर के नाम परासिया एसडीएम को आवेदन देकर चना बिक्री करवाने की गुहार लगाई। किसानों का कहना है कि चना परिवहन हजारों रुपए लग गए, चना भीगने से भी नुकसानी हुई है। अब चना नहीं बिका तो कमर टूट जाएगी। मंगलवार तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो बुधवार को आंदोलन किया जाएगा।
विधायक ने किया कलेक्टर से चर्चा
परासिया विधायक सोहन वाल्मिक ने किसानों का चना नहीं बिकने की स्थिति पर कलेक्टर वेद प्रकाश से चर्चा की। वहीं सांसद कमलनाथ को भी स्थिति से अवगत कराया। इससे पहले सांसद ने परासिया में चना बिक्री केन्द्र शुरू करवाने की पहल किया था। कलेक्टर ने इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने का आवश्वासन दिया।
100 किमी से लाया 100 क्विंटल चना नहीं बिका
तामिया ब्लाक की चावलपानी पंचायत से आया कृषक 48 वर्षीय भवानी प्रसाद पटेल अपने पत्नी और पिता के खाता का लगभग 100 किमी दूर से 100 क्विंटल चना बेचने मंडी पहुंचा। उसका खाता का 40 क्विंटल बिक गया, किन्तु पति कोमल सिंह और पत्नी सीता बाई के खाता का चना मंडी परिसर में पड़ा बारिश में भीग रहा है। हालांकि ताल पतरी और पॉलीथिन से चना को भीगने से बचाने का उसने पूरा प्रयास किया। अब खरीदी बंद होने से उसके सामने समस्या खड़ी हो गई है, जिससे उसकी तबियत बिगड़ने पर परासिया अस्पताल में भर्ती किया गया।
इनका कहना है
मंडी में 8 हजार क्विंटल से अधिक चना की खरीदी हुई है। खरीदी की अंतिम तिथि 9 जून को मौजूद 54 किसानों में से 7 किसानों से अभी भी 6 सौ क्विंटल खदीरी कर रसीद जारी होना है। वहीं 32 किसान ऐसे हैं, जिनका नाम पोर्टल में दर्ज नहीं हुआ है।
सुभाष मालवीय, प्रभारी, मंडी परासिया

Created On :   11 Jun 2018 7:37 PM IST