ग्रीन रिफायनरी से कोकणवासियों की होगी घर वापसी, परियोजना के समर्थन में स्थानीय भाजपा नेता

Green refinery will be home back for Konkanites
ग्रीन रिफायनरी से कोकणवासियों की होगी घर वापसी, परियोजना के समर्थन में स्थानीय भाजपा नेता
ग्रीन रिफायनरी से कोकणवासियों की होगी घर वापसी, परियोजना के समर्थन में स्थानीय भाजपा नेता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा के सिंधुदुर्ग जिला अध्यक्ष व पूर्व विधायक प्रमोद जठार ने कहा है कि ग्रीन रिफायनरी परियोजना कोंकण वासियों के घर वापसी का साधन बनेगा। गुरुवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में जठार ने कहा कि ग्रीन रिफायनरी परियोजना से प्रदूषण नहीं फैलगा। यह परियोजना कोंकण वासियों के हित के लिए है। उन्होंने कहा कि कोंकण से लगातार लोग मुंबई, पुणे नाशिक जैसे बड़े शहरों में नौकरी करने के लिए जा रहे हैं। इससे वहां गांवों में बहुत कम लोग बचे हैं। लगभग 60 प्रतिशत घरों के दरवाजे गणेशोत्सव जैसे त्यौहारों पर ही खुलते हैं। हम चाहते हैं कि दूसरे शहरों से लोग वापस कोंकण की ओर लौटे आएं।

जठार ने कहा कि ग्रीन रिफायनरी परियोजना का विरोध शिवसेना और महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष के अध्यक्ष नारायण राणे कर रहे हैं। मेरा मानना है कि शिवसेना के नेताओं और राणे को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिलकर चर्चा करनी चाहिए। दोनों दलों के नेताओं को यह साबित करना चाहिए कि ग्रीन रिफायनरी परियोजना कैसे कोंकण वासियों के लिए नुकसानदायक है। जठार ने कहा कि मुझे विश्वास है कि राणे परियोजना के लिए सहमत हो जाएंगे।

जठार ने कहा कि आरोप लगाया जा रहा है कि परियोजना आने से पहले बिल्डरों ने कोंकण में जमीन खरीदी है। लेकिन मेरा दावा है कि जो लोग परियोजना का विरोध कर रहे हैं। ऐसे लोगों के पहचान और निश्तेदारों ने वहां पर जमीन खरीदी है। जठार ने कहा कि ग्रीन रिफायनरी परियोजना से एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। हर घर से एक व्यक्ति को रिफायनरी परियोजना के माध्यम से नौकरी मिल सकेगी। कोंकण के समुद्र की गहराई में ही कोंकण के विकास की ऊंचाई छिपी है। जठार ने कहा कि हमने सरकार से परियोजना प्रभावित लोगों के लिए स्मार्ट सिटी, एम्स की तर्ज पर अस्पताल, आईटीआई में  कौशल्य विकास के लिए प्रशिक्षण देने समेत 10 मांगें की है। जिसमें से अधिकांश मांगों पर सरकार सहमत है।

शिवसेना नहीं राणे की पार्टी में थे सोनवणे
उधर औरंगाबाद के पूर्व महापौर सुदाम सोनवणे के मनसे में शामिल होने पर शिवसेना ने स्पष्टीकरण दिया है। गुरुवार को पार्टी ने कहा कि सोनवणे ने पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के साथ ही शिवसेना छोड़ दिया था। वे राणे कि महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष छोड़कर मनसे में शामिल हुए हैं। इसलिए यह कहना गलत होगा कि मनसे ने शिवसेना के गढ़ औरंगाबाद में सेंध लगाई है। गौरतलह है कि औरंगाबाद के पूर्व महापौर सोनवणे गुरुवार को औरंगाबाद में मनसे में शामिल हो गए। मनसे इसे शिवसेना के झटके रुप में पेश कर रही है। 
 

Created On :   30 Aug 2018 4:32 PM GMT

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