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दैनिक भास्कर हिंदी: कोर्ट रिसीवर को छेड़छाड़ की धमकी देने वाली महिला पर हाईकोर्ट ने लगाया 25 लाख का जुर्माना

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बांबे हाईकोर्ट ने लैंगिक संरक्षण से जुड़े कानून के दुरुपयोग के लिए एक महिला उद्यामी व उसके पति पर 25 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। हरियाणा की फील गुड इंडिया कंपनी की प्रमुख नेहा गंधीर का मुंबई की एक कंपनी के साथ ट्रेडमार्क को लेकर कानून विवाद चल रहा है। इस मामले में कोर्ट रिसिवर को नियुक्त किया गया था। कोर्ट रिसीवर जब अदालत के निर्देश को लागू करने के लिए गया तो गंधीर ने कोर्ट रिसीवर को छेडछाड़ का झूठा मामला दर्ज कराने की धमकी दी थी। न्यायमूर्ति एसजे काथावाला के सामने इस मामले की सुनवाई हुई। तथ्यों पर गौर करने के बाद न्यायमूर्ति ने कहा कि लैंगिक संरक्षण से जुड़ा कानून कष्ट में फंसी महिला को सहायता प्रदान करने के लिए बनाया गया है। लेकिन यह बेहद खेदजनक है कि जिस महिला के संरक्षण के लिए यह कानून बनाया गया है, वहीं इसका दुरुपयोग कर रही हैं। कई बार यह देखा गया है कि महिला की ओर से पुरुष पर लगाए गए मानहानिपूर्ण आरोप गलत साबित हुए हैं।
सुनवाई के दौरान गंधीर के वकील ने न्यायमूर्ति के सामने कहा कि मेरी मुवक्किल दो बच्चों की मां व एक युवा उद्यमी है। अचानक आए क्रोध के चलते उसने छेड़छाड का मामला दर्ज कराने की बात कही थी। इसलिए उसके प्रति नरमी बरती जाए। न्यायमूर्ति ने गंधीर के वकील की ओर से दी गई इस सफाई को स्वीकार करने से इंकार कर दिया। न्यायमूर्ति ने कहा कि यदि महिला के इस आचरण को बिना दंडित किए छोड़ दिया जाएगा तो यह कानूनी प्रक्रिया के दुरुपयोग को प्रोत्साहित करने जैसा होगा। यदि इस तरह के आचरण पर दया दिखाई जाएगी तो इसका आम लोगों के बीच गलत संदेश जाएगा। कोर्ट अधिकारी अदालत के निर्देशों को निर्भीकता से लागू कर सके, इस लिए मामले से जुड़ी महिला के कृत्य को अनुचित ठहरना जरुरी है।
गौरतलब है कि मुंबई की सपट नाम की कंपनी ने हरियाणा की कंपनी के खिलाफ कफ सिरफ से जुड़े ट्रेडमार्क के उल्लंघन को लेकर दावा दायर किया था। 21 दिसंबर 2018 को अदालत ने निर्देश देते हुए कोर्ट रिसीवर को नियुक्त किया और हरियाणा की कंपनी की फैक्टरी से समान जब्त करने को कहा। जब कोर्ट रिसीवर ने कंपनी से मिली चीजों का अपने मोबाईल फोन से वीडियो बनाने लगा तो गंधीर ने यह वीडियो डिलिट करने के लिए दबाव बनाने लगी। कोर्ट रिसीवर इसके लिए राजी नहीं हुआ तो गंधीर ने कोर्ट रिसीवर पर छेड़छाड़ का गलत मामला दर्ज कराने की धमकी दी।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।
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