शिवाजी ग्राउंड में खेल के अलावा क्यों संचालित हो रही दूसरी गतिविधियां -हाईकोट

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 शिवाजी ग्राउंड में खेल के अलावा क्यों संचालित हो रही दूसरी गतिविधियां -हाईकोट

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। सदर कैंट बोर्ड के सामने खेल गतिविधियों के लिए शिवाजी ग्राउंड बनाया गया है। इस ग्राउंड पर केवल खेल गतिविधियां संचालित होना चाहिए किंतु अनेक तरह की गतिविधियां हो रही हैं । इसी बात को लेकर दायर की गई याचिका पर हाईकोर्ट ने केन्द्र सरकार, राज्य सरकार, जबलपुर कलेक्टर और कैंट बोर्ड से पूछा है कि सदर स्थित शिवाजी ग्राउंड में खेल के अलावा दूसरी गतिविधियां क्यों संचालित की जा रही है। जस्टिस अंजुली पालो और जस्टिस विजय शुक्ला की एकल पीठ ने अनावेदकों को एक सप्ताह में जवाब देने का निर्देश दिया है। याचिका की अगली सुनवाई 6 जून को नियत की गई है।

मेला आयोजित करने के लिए किराए पर दे दिया
सदर गली नंबर 19 निवासी सुरेन्द्र यादव की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा गया कि सदर केन्ट बोर्ड के सामने खेल गतिविधियों के लिए शिवाजी ग्राउंड बनाया गया है। यह ग्राउंड केन्ट बोर्ड के अधीन है। केन्ट बोर्ड द्वारा ग्राउंड को कमाई का जरिया बना लिया गया है। साल में आठ महीने ग्राउंड को दशहरा सहित अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए किराए पर दिया जाता है। वर्तमान में ग्राउंड को न्यू आनंद मेला आयोजित करने के लिए किराए पर दे दिया गया है। इसकी वजह से खिलाडिय़ों को खेल से वंचित होना पड़ रहा है। अधिवक्ता यश सोनी और अभिजीत सोनी ने तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में स्पष्ट किया है कि खेल मैदान का उपयोग खेल के अलावा अन्य गतिविधियों के लिए न किया जाए। इसके बाद भी केन्ट बोर्ड द्वारा ग्राउंड में धार्मिक और अन्य आयोजन कराए जा रहे है। अधिवक्ता श्री सोनी ने तर्क दिया कि संविधान के अनुच्छेद 21 के अनुसार याचिकाकर्ता को स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण में जीवन जीने का अधिकार है। इसके बाद केन्ट बोर्ड के अधिकारी ग्राउंड का उपयोग दूसरी गतिविधियों के लिए कर रहे है। प्रांरभिक सुनवाई के बाद युगल पीठ ने अनावेदकों को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब मांगा है।

Created On :   31 May 2019 7:50 AM GMT

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