किसी को बुके तो किसी को फूलों की रंगोली बनाना भा रहा, पुष्परचना प्रशिक्षण में भारी उत्साह

Heavy enthusiasm in flower training, workshop organized in Nagpur
 किसी को बुके तो किसी को फूलों की रंगोली बनाना भा रहा, पुष्परचना प्रशिक्षण में भारी उत्साह
 किसी को बुके तो किसी को फूलों की रंगोली बनाना भा रहा, पुष्परचना प्रशिक्षण में भारी उत्साह

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोई बुके बनाना सीख रहा था तो कोई फूलों की रंगोली बनाना। किसी को प्रोफेशनल फ्लॉवर डेकोरशन सीखने में रूचि थी तो कोई घर में रहकर छोटा व्यवसाय शुरू करने के लिए पुष्परचना सीख रहा था। फूलों की खुशबू से पूरा परिसर महक उठा। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र तथा नागपुर गार्डन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में “पुष्परचना कार्यशाला” का शुभारंभ 1 जून को केंद्र परिसर में किया गया है। इस अवसर पर केन्द्र निदेशक डॉ. दीपक खिरवडकर, उपनिदेशक मोहन पारखी, नागपुर गार्डन क्लब के अध्यक्ष शरद पालीवाल, सचिव लता अंधारे ने दीपप्रज्वलन कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी गोपाल बेतावार,शशांक दंडे, दीपक पाटिल, श्रीकांत देसाई की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन दीपक पाटिल ने किया। पुष्परचना कार्यशाला में शहर तथा बाहर के 8 विशेषज्ञों द्वारा 8 शैलियों की पुष्परचना का प्रशिक्षण दिया गया।

पुष्पकला से अवगत है उद्देश्य

कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को पुष्पकला से अवगत करना है एवं उन्हे कौशल्य विकास व रोजगार की दृष्टि से भी प्रशिक्षण देना है। कार्यशाला में मुंबई एवं नागपुर के 8 विशेषज्ञ बाबु मंडल (मुंबई), प्रबीर कुमार प्रामाणिक (मुंबई), निशांत ढगे (नागपुर), रतन मोहनकर (नागपुर), स्वाती गोखले (नागपुर), कल्पना करमरकर (नागपुर), श्वेता वंधरे (नागपुर), नितिन फटिंग (नागपुर) द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को मार्गदर्शन दिया गया। इसमें पुष्प के आभूषण, पुष्पगुच्छ, पुष्प द्वारा दरवाजे की सजावट, कार पर पुष्प की सजावट, फूलो का तोरण तथा उत्सवों में पुष्पों द्वारा सजावट इत्यादी 8 शैलियों का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में 150 से अधिक प्रशिक्षणार्थीयों ने सहभाग किया और पुष्परचना का हुनर सीखा। कार्यशाला में महिलाओं के साथ पुरूष वर्ग में भी खासा उत्साह रहा।

रविवार को होगा समापन

पुष्परचना कार्यशाला का समापन रविवार को किया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यशाला का समय सुबह 11 से 1.30 एवं 3 से 5 बजे तक रखा गया है। कार्यशाला हेतु आवश्यक सामाग्री केंद्र द्वारा नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई है जिससे की प्रशिक्षणार्थी किसी भी शैली को आसानी से सीख सके एवं उन्हे प्रशिक्षण लेते समय किसी भी प्रकार की सामाग्री की कोई कमी ना हो।

Created On :   1 Jun 2019 6:32 PM IST

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