हाईटेक प्रणाली : 53 साल पहले जिस विभाग पर था वर्कलोड, अब है फुर्सत ही फुर्सत

Hi-tech system: 53 years ago, the workload on which the department was on, now is the leisure time.
हाईटेक प्रणाली : 53 साल पहले जिस विभाग पर था वर्कलोड, अब है फुर्सत ही फुर्सत
हाईटेक प्रणाली : 53 साल पहले जिस विभाग पर था वर्कलोड, अब है फुर्सत ही फुर्सत

लिमेश कुमार जंगम , नागपुर। हाईटेक हो रही कार्यप्रणाली का असर कुछ विभागों में साफतौर पर नजर आ रहा है। जिस विभाग में कर्मचारियों को वर्कलोड के कारण फुर्सत नहीं मिलती थी अब वहां फुर्सत ही फुर्सत है। खाद्य आपूर्ति विभाग का काम पेपरलेस होने से इस विभाग में कुछ काम ही नहीं रह गया है फलस्वरुप  मात्र 3 कर्मचारी इसे संभाल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि खाद्य आपूर्ति विभाग से जुड़े अनेक कामकाज बीते 10 वर्षों से आनलाइन किए जा रहे हैं। संभाग के अधिकांश राशनकार्ड धारकों ने अपना कार्ड आधार से लिंक भी करा लिया है। अब गांव, तहसील व जिला स्तर की जानकारी सीधे तौर पर मंत्रालय तक पहुंच रही है। इसके चलते विभागीय कार्यालय में मौजूद अन्न आपूर्ति विभाग का कामकाज काफी कम रह गया है। यहां पेपरलेस काम होने का दावा करते हुए उपायुक्त ने बताया कि अब कोई खास काम नहीं होने के कारण महज 3 कर्मचारी ही उसे संभाल रहे हैं। 

बना था पृथक विभाग
कृषि, खाद्य व सहकार विभाग से पृथक कर आपूर्ति विभाग का निर्माण मार्च 1965 में किया गया था। सार्वजनिक वितरण व्यवस्था पर नियंत्रण करने एवं खुले व्यापार में जीवनावश्यक वस्तुओं की मांग व आपूर्ति पर नजर रखने के लिए इसकी स्थापना की गई थी। जीवनावश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के अनुसार विभिन्न आदेशों को लागू कर कीमतों को स्थिर करना, सस्ते दर पर सहजता से वस्तुएं उपलब्ध कराना, अनाज संग्रहण की क्षमता बढ़ाना, वजन-माप मामलों में कार्रवाई करने आदि जिम्मेदारी इस विभाग पर सौंपी गई थी।  

अनाज के लिए आधार अनिवार्य
बायोमीट्रिक राशनकार्ड धारकों को ही अनाज उपलब्ध कराने की सरकार की मंशा के तहत अधिकांश कार्डधारकों को सूचित कर उनके आधार क्रमांक से राशनकार्ड को लिंक कर दिया गया है। यह कार्य अब भी जारी है। 1 मार्च से बायोमीट्रिक राशनकार्ड धारकों को ही सस्ता अनाज मिल रहा है। संबंधित कार्डधारकों की जानकारी अपडेट की जा रही है। डिजिटल राशन कार्ड के निर्माण के कारण जहां एक ओर बोगस, फर्जी कार्डधारक कम्प्यूटराइज प्रणाली से बाहर हो गए है, वहीं आधार कार्ड की उपलब्धता से दूर रहने वाले गरीब नागरिकों पर अनाज आपूर्ति का संकट गहराया हुआ है। 82 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है।  

विभाग पेपरलेस  हो गया है
आपूर्ति से संबंधित सारी प्रक्रिया अब ऑनलाइन हो चुकी है। तहसील व जिला स्तर से संपूर्ण गतिविधि व जानकारी सीधे तौर पर मंत्रालय तक पहुंच रही है। इसके चलते अब हमारा विभाग पेपरलेस हो गया है। विभागीय आपूर्ति कार्यालय में अब महज 3 कर्मचारी ही कार्यरत हैं। (रमेश आडे, उपायुक्त, आपूर्ति विभाग, विभागीय आयुक्त कार्यालय, नागपुर  ) 

पूर्व विदर्भ में राशन कार्डधारकों की स्थिति
जिला        बीपीएल             अंत्योदय              केशरी              अन्नपूर्णा             सफेद            कुल
नागपुर      136894            100612            436116            6902             69339           749863
वर्धा            47769              43239            189430            2378            11975            294791
भंडारा        102677              63249              81983              775                252            248936
गोंदिया        91878              75561           101855             1189              7612            278094
चंद्रपुर        107455            131112           189392               313             37186           465458
गड़चिरोली    39361              90742            78349                    0            11078            219530
 

Created On :   2 April 2018 2:13 PM IST

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