हाइटेक हो रहा अपराध : हर महीने औसतन 8 साइबर क्राइम दर्ज, सिर्फ 2 का ही पर्दाफाश कर पाई पुलिस

High-Tech Crime : On an average, 8 cyber crimes, exposed only 2 in every month
हाइटेक हो रहा अपराध : हर महीने औसतन 8 साइबर क्राइम दर्ज, सिर्फ 2 का ही पर्दाफाश कर पाई पुलिस
हाइटेक हो रहा अपराध : हर महीने औसतन 8 साइबर क्राइम दर्ज, सिर्फ 2 का ही पर्दाफाश कर पाई पुलिस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। समय के साथ आरोपी भी हाइटेक होते जा रहे हैं। कम समय में ज्यादा से ज्यादा माल ऐंठने के लिए नई-नई तकनीक आजमाई जा रही है। इसलिए, साइबर अपराधों में बढ़ोतरी होती जा रही है। पिछले 50 महीने के आंकड़ों पर गौर करें तो शहर में 378 साइबर अपराध के मामले दर्ज हुए है। इसमें 9 करोड़ से ज्यादा का माल अपराधी उड़ा ले गए हैं। तकनीकी रूप से लैस इन आरोपियों को पकड़ने में पुलिस बहुत ज्यादा चुस्त नहीं दिखाई दे रही। आरटीआई में खुलासा हुआ कि 378 साइबर अपराधों में से केवल 107 अपराधों का ही पर्दापाश पुलिस अब तक कर सकी है। 

इसलिए आरोपी गिरफ्त में नहीं

प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी इलेक्ट्रानिक्स पद्धति से अपराधों को अंजाम देने में लगे हैं। आरोपियों की इन हरकतों पर लगाम लगाने के लिए शहर में स्वतंत्र रूप से साइबर सेल खोला गया है। यहां साइबर सेल से संबंधित मामलों की निगरानी की जाती है। 1 जनवरी 2015 से 28 फरवरी 2019 (50) महीने में साइबर सेल के 378 अपराध दर्ज हुए हैं। इनमें से केवल 107 मामले ही उजागर हो सके हैं। पुलिस साइबर अपराधों से संबंधित अब तक 123 आरोपी पकड़ चुकी है। साइबर अपराधों का पर्दापाश बेहद धीमी गति से हो रहा है। साइबर अपराध उजागर होने का ग्राफ काफी कम होने से इससे जुड़े अारोपी भी पुुलिस गिरफ्त में नहीं आ पाते हैं। इन मामलों में 9 करोड़ 69 लाख 32 हजार 701 रुपए की निधि उड़ाई गई है। 

साल मामले उजागर गिरफ्तारी

2015 71 20 35
2016 96 23 23
2017 81 29 34
2018 108 31 24
फर.19 22 04 03

कुल 378 107 123

लूटने वाले फर्जी कॉल

लोगों को मोबाइल पर अक्सर फर्जी कॉल आते हैं। फर्जी कॉल करनेवाला खुद को रिजर्व बैंक या राष्ट्रीयकृत बैंक का प्रतिनिधि बताता है। बैंक खाते के बारे में पूछताछ करने के बाद एटीएम नंबर व पासवर्ड भी पूछ लेता है। लोग गलती से एटीएम व पासवर्ड की जानकारी साझा कर लेते हैं आैर चंद मिनटों में ही बैंक खाते से रकम कम हो जाती है। लोगों को हर दिन इस तरह के फर्जी कॉल आते हैं। बैंक एटीएम संबंधी जानकारी साझा नहीं करने की सलाह देते हैं। 

जनजागृति व सजगता जरूरी है 

आरटीआई कार्यकर्ता अभय कोलारकर के मुताबिक दिन ब दिन बढ़ते साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए ज्यादा से ज्यादा जनजागृति करने व सजगता की जरूरत है। फर्जी काल करके बैठे-बैठे बैंक खाते से ऑनलाइन रकम निकाल लेते है। साइबर अपराधों का पर्दापाश करने की रफ्तार बेहद धीमी नजर आ रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी भी उम्मीद के अनुसार नहीं हो रही है। 

घूसखोर महिला वनरक्षक गिरफ्तार

इसके अलावा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मुरुम से भरे ट्रकों पर कार्रवाई नहीं करने के बदले में 3 हजार की रिश्वत लेनेवाली वन रक्षक लता भोवते को गिरफ्तार किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्धा जिले के हिंगणघाट के दो लोग वन क्षेत्र में आनेवाले उमरी (येडे) क्षेत्र से मुरुम से भरे ट्रक की आवाजाही करते है। राउंड आफिसर कार्यालय हिंगणघाट में पदस्थ वनरक्षक लता भोवते (32) ने मुरुम से भरे ट्रक पर कार्रवाई नहीं करने के बदले में 5 हजार की रिश्वत मांगी थी। मुरुम के कारोबार से जुड़े व्यक्ति को रिश्वत देनेसंबंधी संदेश उसी के दोस्त के माध्यम से भेजा था। बाद में 3 हजार देने की बात तय हुई थी। इस बीच इसकी शिकायत एसीबी से कर दी गई। एसीबी ने गुरुवार 2 मई को 3 हजार की रिश्वत लेते हुए वन रक्षक को गिरफ्तार किया। आरोपी वन रक्षक के खिलाफ हिंगणघाट पुलिस थाने में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया। आगे की जांच एसीबी कर रही है। एसीबी के प्रभारी अधीक्षक श्रीकांत धिवरे के मार्गदर्शन व अपर अधीक्षक राजेश दुधलवार के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में पुलिस निरीक्षक सुहास चौधरी, नायक सिपाही रोशन निंबोलकर, अतुल वैद्य, सिपाही प्रदीप कुनचकार, सागर भोसले, अपर्णा गिरीजापुरे आदि शामिल थे। 
 

Created On :   2 May 2019 5:29 PM GMT

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