ओलावृष्टि : नागपुर जिले के 125 गांवों में हुआ भारी नुकसान

Huge loss of 125 villages in Nagpur district, bawankule Visits
ओलावृष्टि : नागपुर जिले के 125 गांवों में हुआ भारी नुकसान
ओलावृष्टि : नागपुर जिले के 125 गांवों में हुआ भारी नुकसान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बोंड इल्ली के नुकसान से किसान संभला भी नहीं था कि ओलावृष्टि ने कहर ढा दिया है। रविवार और सोमवार को नागपुर जिले में आंधी-तूफान के साथ हुई ओलावृष्टि के कारण गेहूं, हरभरा की खड़ी फसलें चौपट हो गई हैं। संतरा-अनार बर्बाद हो गए। केले के बगीचे भी तहस-नहस हो गए। नागपुर जिले के करीब 125 गांवों पर ओलावृष्टि का असर होने का प्राथमिक अनुमान है। हालांकि सर्वेक्षण में  यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को काटोल-नरखेड़ तहसील के नुकसानग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया और जिला प्रशासन व कृषि विभाग को प्राथमिक सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए। सर्वेक्षण करते समय प्रत्येक किसान की उसके खेत के सर्वेक्षण रिपोर्ट पर हस्ताक्षर लेने के भी निर्देश दिए। 

नुकसानग्रस्त क्षेत्रों का दौरा

काटोल और नरखेड़ में सुबह से शाम तक पालकमंत्री ने नुकसानग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया। उनके साथ सांसद कृपाल तुमाने, विधायक डॉ. आशीष देशमुख, जिलाधिकारी सचिन कुर्वे, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. राजीव पोतदार, जिप शिक्षण सभापति उकेश चव्हाण आदि थे। पालकमंत्री ने मोहगांव भदाडे निवासी किसान नीलेश कोल्हे के खेत का निरीक्षण किया। गेहूं की फसलें लेटी हुई थीं। ग्रामीणों ने गांव में संतरे के आकार के ओले गिरने की जानकारी दी। विशेष यह कि ओले  अभी तक पत्थर जैसे बने हैं। पिघले नहीं हैं। किसान बर्फ के वे गोले पालकमंत्री, सांसद व विधायक को हाथों में उठा कर दिखा रहे थे।

सावरगांव में संतरे का भारी नुकसान

सिंदी उमरी सावरगांव में संतरे का भारी नुकसान हुआ है। गांववालों ने बताया कि लगभग 1 फीट तक बर्फ की चादर जम गई है। सरपंच कोल्हे के खेत में संतरे के पेड़ पर अब पत्ते भी नहीं बचे हैं। आग्रा गांव में गेहूं आधा झुक गया है। 80 विद्युत खंभे भी झुक गए हैं। झिल्पा गांव में 60 बगुले मृत पाए गए। किसानों ने फसल बीमा का लाभ भी नहीं मिलने की शिकायत की। काटोल तहसील में मौजा लाडगांव में येनूरकर के खेत में संपूर्ण संतरा नीचे पड़ा मिला। मृग व अंबिया बहार दोनों बर्बाद हो गए हैं। {केदारपुर में भी संतरे, मौसंबी व अनार का भारी नुकसान हुआ। सुभाष राऊत के खेत में पेड़ के नीचे संतरे पड़े मिले।  

राजनीति न करें, किसानों को न्याय दिलाएंगे  

पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के मुताबिक राजस्व और कृषि विभाग ने नुकसान का प्राथमिक सर्वेक्षण शुरू किया है। किसानों पर आई आपदा का विषय मंत्रिमंडल की बैठक में रखेंगे और किसानों को न्याय दिलाएंगे। नैसर्गिक संकट पर राजनीति सही नहीं। इसे लेकर आंदोलन जायज नहीं।

Created On :   14 Feb 2018 4:40 PM IST

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