उपराजधानी में अब ह्यूमन ब्रेस्ट मिल्क बैंक’, जरूरतमंद शिशुओं को मिलेगा मां का दूध

Human Breast Milk Bank is opened in Nagpur for Needy infants
 उपराजधानी में अब ह्यूमन ब्रेस्ट मिल्क बैंक’, जरूरतमंद शिशुओं को मिलेगा मां का दूध
 उपराजधानी में अब ह्यूमन ब्रेस्ट मिल्क बैंक’, जरूरतमंद शिशुओं को मिलेगा मां का दूध

डिजिटल डेस्क, नागपुर । उपराजधानी में अब शीघ्र ही "ह्यूमन ब्रेस्ट मिल्क बैंक’ बनने जा रहा है जिससे जरूरतमंद शिशुओं को मां का दूध आसानी से मिल सकेगा। योजना के तहत मां का दूध एकत्र कर जरूरतमंद बच्चों को दिया जाएगा। मां का दूध प्री-मैच्योर (समय से पहले जन्म लेने वाले), कम वजन वाले नवजात, चार सप्ताह से कम उम्र के नवजात, मां को कोई बीमारी होने पर, गोद लिए बच्चे या फिर छोड़े हुए शिशुओं के लिए आवश्यक होता है।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए इनोवेटिव आइडिया के लिए शहर के प्रियदर्शिनी कॉलेज की केमिकल इंजीनियरिंग की तृतीय सेमिस्टर की  वैष्णवी अपीलकर, प्राची वानखेड़े तथा शुभांगी डोलस काम कर रही हैं। "ह्यूमन ब्रेस्ट मिल्क बैंक’ में माताओं का दूध एकत्र किया जाएगा, फिर उसे फ्रीज कर जिन बच्चों की उसकी आवश्यकता होगी, उन तक पहुंचाया जाएगा। इसमें मां का दूध निकालने के लिए ब्रेस्ट मिल्क पंप का यूज कर सकते हैं या फिर मेन्युली भी निकाला जा सकता है।  

नवजात के लिए बनेगी संजीवनी 
कई बार देखा जाता है कि मां का दूध नहीं मिलने से बच्चे की मौत हाे जाती है। यह देखकर काफी दु:ख होता है। कई बार नवजात बच्चे को ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। उसे मां का दूध नहीं मिल पाता है, जिससे उसकी तबीयत पर असर पड़ता है। बच्चे के जन्म के बाद से ही उसे मां का दूध मिलना आवश्यक है। इसलिए हमने सोचा कि ऐसे जरूरतमंद बच्चों के लिए "ह्यूमन ब्रेस्ट मिल्क बैंक’ की शुरुआत की जाए, जिससे बच्चे को मां का दूध मिल सके।  
-प्राची वानखेड़े, स्टूडेंट 

जांच के बाद मिल्क डोनेट 

"ह्यूमन ब्रेस्ट मिल्क बैंक’  में ऐसी माताएं मिल्क डोनेट कर सकती हैं, जिन्हें एचआईवी, हेपेटाइटिस-बी या सी, टीबी या सिफलिस जैसे संक्रमण रोग नहीं हों। मिल्क डोनेट करने से पहले मां की पूरी जांच की जाएगी। उसके बाद ही उसका दूध फ्रीजिंग के लिए लिया जाएगा। इसके लिए डॉक्टर्स की टीम होगी, जो माताओं का चेकअप करेगी। जिन मां का दूध यूज करने लायक होगा, उसको "ह्यूमन ब्रेस्ट मिल्क बैंक’  में लिया जाएगा। जो माताएं मिल्क डोनेट करना चाहती हैं, वे इस बैंक में स्वेच्छा से मिल्क डोनेट कर सकती हैं।  
-वैष्णवी अपीलकर, स्टूडेंट 

6 महीने तक फ्रीज कर यूज किया जा सकता है 

मां का दूध बच्चे की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कई पौष्टिक तत्वों की मौजूदगी, बच्चे के विकास में मददगार होती है। अस्थमा व एलर्जी की आशंका कम होती है। अगर कोई मां अपनी इच्छा से मिल्क डोनेट करती है, तो उस दूध को 6 महीने तक फ्रीज कर यूज किया जा सकता है। साथ ही दूध में  इंफेक्शन न हो इसके लिए कई जांच कराने के बाद  वंचित शिशुओं को उपलब्ध कराया जाएगा। 
-शुभांगी डाेलस, स्टूडेंट

@दीप्ति मुले

Created On :   9 May 2018 11:11 AM IST

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