दिवाली पर पीले और नारंगी गेंदा फूलों से सजेगा बाजार, हाइब्रिड किस्म की बंपर फसल

hybrid flowers for diwali festival in market of chhindwara MP
दिवाली पर पीले और नारंगी गेंदा फूलों से सजेगा बाजार, हाइब्रिड किस्म की बंपर फसल
दिवाली पर पीले और नारंगी गेंदा फूलों से सजेगा बाजार, हाइब्रिड किस्म की बंपर फसल

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। दिवाली पर्व पर इस साल बाजार में गेंदा फूल की बंपर आवक होगी। खेतों में तैयार हाइब्रिड किस्म की फसल से किसानों में जबरदस्त उत्साह है। जबलपुर, नागपुर, अमरावती सहित अन्य महानगरों के फूल व्यापारियों ने खेतों में ही फूलों की खरीददारी शुरू कर दी है। फिलहाल नागपुर बाजार में हाइब्रिड पीला गेंदा फूल के दाम 50 से 60 रुपए प्रतिकिलो है। दिल्ली और मुंबई बाजार में इसके दाम 100 रुपए प्रति किलो के पार हो गए हैं। इससे माना जा रहा है कि इस साल किसानों की दिवाली अच्छी होगी।
फूलों की खेती रास आई
फ्लोरीकल्चर यानी फूलों की खेती में जिले के किसानों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। कुछ किसानों ने पॉलीहाउस में झरवेरा और ऑर्किड की खेती में सफलता हासिल की है। झरवेरा और ऑर्किड के फूल स्थानीय बाजार के बजाए निर्यातकों के माध्यम से महानगर और विदेशों में भेज रहे हैं। फूल उत्पादन में सफल किसानों को देखकर अब सब्जी भाजी और फसल उगाने वाले किसानों को भी फूलों की खेती रास आने लगी है।
अनियमित बारिश भी बेअसर
इस साल अनियमित बारिश से खरीफ सीजन में सोयाबीन और मक्का सहित अन्य फसलों को जबरदस्त नुकसान हुआ लेकिन गेंदा की फसल इससे अछूती रही। दरअसल किसानों ने हाइब्रिड किस्मों के गेंदा फूल की पौध को मल्चिंग यानी पालीथीन बिछाकर रोपण किया। इन पौधों की सिंचाई के लिए ड्रिप सिस्टम का उपयोग किया। इससे कम या ज्यादा बारिश की स्थिति में भी फसल को पर्याप्त पानी मिलता रहा। पौधों की ऊंचाई कम होने के कारण तेज हवा या बारिश से कम नुकसान हुआ।
मोहखेड़ में जबरदस्त उत्पादन
जिले के मोहखेड़ विकासखंड में किसानों ने बीते पांच साल में गेंदा फूल उत्पादन में जबरदस्त सफलता हासिल की है। बदनूर, पालाखेड़, सारोठ, राजेगांव, लास, तंसरा, बीसापुर सहित अन्य गांवों में लगभग 150 हेक्टेयर से अधिक रकबे में गेंदा फूल की फसल लहलहा रही है। किसान संतोष पवार ने बताया कि सोमवार से फूलों की तुड़ाई शुरू होगी। मंगलवार से गुरुवार तक तीन दिन तक फूलों की बिक्री होगी। यदि बाजार का रुख ठीक रहा तो किसानों को प्रति एकड़ एक लाख रुपए की आमदनी हो सकती है।

 

Created On :   16 Oct 2017 4:23 PM IST

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