- दिल्ली: संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। सिंघू बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली यहां पहुंची थी।
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दिग्विजय सिंह का तंज, सीएम फडणवीस विठ्ठल भक्त होते तो पंढरपुर जरूर जाते
डिजिटल डेस्क, पुणे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा कि वे अगर विठ्ठल भक्त होते, तो पूजा के लिए ज़रूर पंढरपुर जाते। इसमें इतना क्यों डरना? उन्होंने कहा कि मैं पिछले 27 सालों से आषाढ़ी एकादशी के उपलक्ष्य पर पंढरपुर जा रहा हूं। मुख्यमंत्री के हाथों भगवान विठ्ठल की पूजा की परंपरा काफी पुरानी है, इसके बावजूद मराठा और धनगर समाज के विरोध के चलते मुख्यमंत्री ने वहां जाने से इंकार कर दिया। समाज के इस आक्रोश के लिए मुख्यमंत्री स्वंय जिम्मेदार हैं। मुख्यमंत्री ने एक महीने में आरक्षण देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक आरक्षण नहीं दिया है। इसलिए समाज का आक्रोश स्वाभाविक है।
CM Fadnavis should have visited Vittal Temple in Pandharpur on the occasion of Ashadhi Ekadashi puja. None of the ministers were there. Why are they scared? For me,visiting Pandharpur is not a political issue; it's a personal belief: Digvijaya Singh, Congress in #Pune (23/7/2018) pic.twitter.com/KLJup6QSZ9
— ANI (@ANI) July 23, 2018
भाजपा के लिए धर्म महज राजनीति का मुद्दा
दिग्विजय ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव किसी एक व्यक्ति के विरोध में नहीं बल्कि भाजपा जिस संघ के विभाजनवाद विचारधारा अमल कर रही है, उसके विरोध में है। एक ओर चुनाव के मद्देनजर राममंदिर निर्माण का आश्वासन दिया जाता है, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र में मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। इसलिए भाजपा के लिए धर्म यह महज राजनीति का मुद्दा बन गया है।
शिवसेना ने भी दिखाया अविश्वास
अविश्वास प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि जो एक समय भाजपा के सहयोगी थे, तेलगू देसम पार्टी (टीडीपी) ने ही अविश्वास प्रस्ताव लाया था। उस समय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को गले लगाकर हाथ मिलाया। यह बात संसद की परंपरा के विरोध में नहीं है। इससे पहले भी जनप्रतिनिधि एक दूसरे को मिलते थे, हाथ मिलाया करते थे। इसलिए इस विषय को बिना वजह प्रसिध्दि दी गई, लेकिन राहुल गांधी के भाषण के मुद्दों को प्रधानमंत्री ने जवाब नहीं दिए इस बात की चर्चा तक नहीं हुई।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।