हड़ताल पर जाना डॉक्टरों को पड़ सकता है महंगा, कटेगा स्टायपेंड

If the doctor go on strike so may cut Stipend
हड़ताल पर जाना डॉक्टरों को पड़ सकता है महंगा, कटेगा स्टायपेंड
हड़ताल पर जाना डॉक्टरों को पड़ सकता है महंगा, कटेगा स्टायपेंड

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) में सुरक्षा की मांग को लेकर सामूहिक अवकाश पर गए 350 निवासी चिकित्सकों का स्टायपेंड काटने की चर्चा ने इन दिनों जोर पकड़ रखा है। मार्ड ने आधिकारिक पत्र मिलने पर इसका विरोध करने की तैयारी कर ली है। मामले में डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एज्युकेशन एंड रिसर्च (डीएमईआर) से फिलहाल कोई अाधिकारिक पत्र जारी नहीं किया गया है, लेकिन डीन ने निवासी चिकित्सकों को 5 दिन का स्टायपेंड काटने की बात कही है।

सुरक्षा की बात पर विवाद

गौरतलब है कि मेडिकल में 19 सितंबर की रात को अचानक बिना बताए महाराष्ट्र सुरक्षा बल के सुरक्षाकर्मी हड़ताल पर चले गए थे। इसके बाद निवासी चिकित्सकों ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की, लेकिन जब 25 दिनों तक कोई सुरक्षा नहीं मुहैया कराई गई तो मेडिकल के निवासी चिकित्सक 6 अक्टूबर की रात 9 बजे से सामूहिक अवकाश पर चले गए। मरीजों को हो रही परेशानी को लेकर मेडिकल एज्युकेशन डायरेक्टर ने सुरक्षाकर्मी उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया, लेकिन निवासी चिकित्सक काम पर नहीं लौटे। उसके बाद सभी निवासी चिकित्सकों को  निलंबन के आदेश जारी कर दिए गए। 12 अक्टूबर को निवासी चिकित्सक काम पर लौट आए, तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, क्योंकि मेडिकल एज्युकेशन डॉयरेक्टर डॉ. प्रवीण शिंगारे ने कार्रवाई नहीं करने के निर्देश दिए थे। अब बताया जा रहा है कि मेडिकल प्रबंधन स्तर पर मेडिकल के साथ ही सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निवासी चिकित्सकों का स्टायपेंड काटने की तैयारी है।

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हम इसका विरोध करेंगे

मेडिकल मार्ड अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कास्वॉ का कहना है कि सामूहिक अवकाश के दौरान निवासी चिकित्सकों का स्टायपेंड काटने की चर्चा जरूर चल रही है, लेकिन अभी तक आधिकारिक पत्र हमें नहीं मिला है। यदि ऐसा है तो हम उसका विरोध करेंगे। इस तरह की कोई शर्त हमें नहीं बताई गई थी।

Created On :   6 Nov 2017 12:02 PM IST

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