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किला किराये पर दिया तो सरकार को करना होगा शिवाजी प्रेमियों के विरोध का सामना
डिजिटल डेस्क, नागपुर। छत्रपति शिवाजी महाराज के किले को किराए पर देने की तैयारी को लेकर चल रही चर्चा पर राकांपा सांसद व अभिनेता डॉ. अमोल कोल्हे ने कहा है कि किला किराए पर दिया गया तो सरकार को शिवाजी के प्रेमियों का सामना करना पड़ेगा। लोगाें में काफी असंतोष है। डॉ. कोल्हे ने कहा कि छत्रपति का किला देश की सांस्कृतिक व ऐतिहासिक विरासत है। राकांपा की शिवराज्य यात्रा नागपुर में आई है। डॉ. कोल्हे व राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने दीक्षाभूमि को भेंट दी। उसके बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। डॉ. कोल्हे ने कहा कि सरकार मौखिक तौर पर बताती है कि किला किराए पर देने का निर्णय रद्द किया गया है, लेकिन आदेश नहीं दिखाया जा रहा है। आदेश मिलने तक सरकार का विरोध जारी रहेगा।
बता दें कि विदर्भ में राकांपा की 7 सभाएं हुई हैं। जनता का प्रतिसाद मिल रहा है। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने मनुस्मृति का दहन कर देश का संविधान दिया। सरकार उस संविधान को दहन करने निकली है। इसलिए युवा, किसान के अलावा सभी वर्गों में असंतोष है। यह असंतोष ही विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन कराएगा। सरकार ने 50 हजार रोजगार देने का आश्वासन दिया था। 500 लोगों को भी रोजगार नहीं दिया गया है। पतंजलि को करोड़ों की जमीन दी गई, लेकिन उससे युवाओं को रोजगार नहीं मिला। वनरक्षक भर्ती व परिवहन विभाग की भर्ती में गड़बड़ी हुई है। सरकार जो कुछ कर रही है उसका हिसाब राज्य की 12 करोड़ जनता को देना होगा।
दानवे ने किया है शिवाजी महाराज का अपमान
डॉ. कोल्हे ने कहा है कि भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने शिवाजी महाराज का अपमान किया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस की ओर से निकाली गई शिवस्वराज्य यात्रा काे दानवे ने शवयात्रा कहा है। दानवे के इस बयान का उत्तर जनता देगी। बुधवार को महाकालकर सभागृह में आयोजित सभा में वे बोल रहे थे। इससे पहले शिवस्वराज्य यात्रा काटोल पहुंची थी। पूर्व नागपुर में भी एक सभा आयोजित की गई। डॉ.कोल्हे ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की महाजनादेश यात्रा महाजन-आदेश यात्रा है। मुख्यमंत्री के गृह जिले में अपराध कम नहीं हो पा रहे हैं। नागपुर क्राइम कैपिटल बना है।
राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि मुख्यमंत्री को उनकी पार्टी में समर्थन कम मिल रहा है इसलिए वे कांग्रेस व राकांपा के कार्यकर्ताओं को तोड़ रहे हैं। सत्ता के लिए दल बदलनेवालों को जनता सबक सिखाएगी। नागपुर में पूर्व या दक्षिण नागपुर में महाआघाड़ी के तहत राकांपा का उम्मीदवार होने का दावा भी उन्होंने किया। बजरंज परिहार, दिलीप पनकुले, किशोर माधनकर, पूर्व विधायक दीनानाथ पडोले, विधान परिषद सदस्य प्रकाश गजभिये, शब्बीर अहमद विद्रोही,अनिल अहिरकर, राजकुमार नागुलवार, जानबा म्हस्के, ज्वाला धोटे, रवि पराते, रिजवान अंसारी, जावेद हबीब, प्रवीण कुंटे, नितीन देशमुख उपस्थित थे।
Created On :   13 Sept 2019 3:21 PM IST