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एम्पिरिकल डेटा जुटाने की गलती में सुधार नहीं हुआ तो ओबीसी आरक्षण का कत्ल हो जाएगा- छगन भुजबल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के खाद्य व आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने बांठिया आयोग के ओबीसी के एम्पिरिकल डेटा जुटाने के काम में हो रही गलतियों के संबंध में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। बुधवार को भुजबल ने कहा कि केवल उपजाति के आधार पर ओबीसी का आंकड़ा जुटाना गलत है। यदि इस गलती में सुधार नहीं हुआ तो ओबीसी के आरक्षण का कत्ल हो जाएगा। ओबीसी के राजनीतिक आरक्षण के अलावा शिक्षा और सरकारी नौकरियों के आरक्षण में इसका परिणाम देखने को मिलेगा। भुजबल ने कहा कि बांठिया आयोग ने एक निजी सॉफ्टवेयर कंपनी को ओबीसी का आंकड़ा जुटाने की जिम्मेदारी दी है। लेकिन मुझे पता चला है कि आंकड़ा जुटाने के काम में काफी गलतियां हो रही हैं। आंकड़ों में नाशिक, पुणे, मुंबई जैसे शहरों में ओबीसी की संख्या बेहद कम दिखाई जा रही है। भुजबल ने कहा कि मैंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार से भी इस मामले में चर्चा की है। उन्होंने मुझसे कहा कि वे मुख्यमंत्री से इस पर बात करेंगे। भुजबल ने कहा कि मुझे पता नहीं है कि कौन कितना गंभीरता से ले रहा है। लेकिन ओबीसी के विभिन्न संगठन इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे। भुजबल ने कहा कि यदि कंपनी के प्रतिनिधि अपने घर में बैठकर उपजाति के आधार पर ओबीसी का आंकड़ा जुटाने का काम करेंगे तो गलत तथ्य सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से आकर मुंबई में रहने वाले ओबीसी समाज के लोगों को भी समावेश सर्वे में करना चाहिए। क्योंकि उत्तर प्रदेश से यहां पर आकर रहने वाले नागरिकों का राशन कार्ड बना है।
Created On :   15 Jun 2022 9:54 PM IST