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कहीं गार्ड नहीं तो कुछ केंद्रों में थर्मल स्क्रीनिंग की कमी

डिजिटल डेस्क ,शहडोल।दो वर्ष बाद ऑफ लाइन हो रही बोर्ड परीक्षाओं को लेकर परीक्षार्थियों में उत्साह का माहौल तो है, लेकिन कुछ व्यवस्थागत खामियां भी सामने आईं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित बोर्ड की परीक्षाएं १७ फरवरी से शुरु हो गईं। पहले दिन कक्षा १२ वीं अंग्रेजी सामान्य विषय की परीक्षा ली गई। यह परीक्षा जिले के ५२ में से ५१ केंद्रों में आयोजित कराई गई। जिसमें १५६ परीक्षार्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे। कोरोना के साए में आयोजित हो रही परीक्षाओं के मद्देनजर मंडल और प्रशासन द्वारा जो गाइड लाइन जारी की गईं, उनका पालन कहीं-कहीं नजर नहीं आया। बैठक व्यवस्था में सोशल डिस्टेंसिंग तो दिखी, लेकिन कुछ केंद्रो में थर्मल स्क्रीनिंग नहीं हुई, तो अनेक केंद्रों में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस गार्ड नहीं दिखे। गौरतलब है कि दो साल बाद ऑफ लाइन हो रही परीक्षाओं को देखते हुए गाइड लाइन जारी किए गए थे, जिसमें परीक्षा केंद्रों में प्रवेश के पहले थर्मल स्क्रीनिंग की अनिवार्यता बताई गई थी। लेकिन एमएलबी सहित अन्य केंद्रों में इसका अभाव दिखा। जबकि केंद्राध्यक्षों द्वारा स्वास्थ्य विभाग को पत्र जारी कर स्टाफ व स्क्रीनिंग मशीन उपलब्ध कराने को कहा था। वहीं इस केंद्र में सुरक्षा गार्ड नहीं भेजे गए थे।
नकल के कोई प्रकरण नहीं
पहले दिन कक्षा १२ वीं की सामान्य अंग्रेजी की परीक्षा आयोजित कराई गई। जिसमें ८६१६ परीक्षार्थी दर्ज थे। जिले के ५१ केंद्रों में बैठक व्यवस्था बनाई गई थी। लेकिन परीक्षा में ८४६० उपस्थित हुए, जबकि १५६ परीक्षार्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे। पहले दिन परीक्षा में नकल के एक भी प्रकरण दर्ज नहीं किए गए। नियमानुसार परीक्षार्थियों के जूते व मोजे कक्षा के बाहर ही उतरवा लिए गए थे। जांच के बाद ही कक्षा में प्रवेश दिया गया।
निरीक्षण में दो ही पैनल निकला
बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने तथा अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए जिला व ब्लाक स्तर पर निरीक्षण दल बनाए गए हैं। पहले दिन केवल दो ही पैनल डीईओ व ब्यौहारी तहसीलदार का निरीक्षण पर निकला। डीईओ बीडी पाठक पैनल ने आज उत्कृष्ट गोहपारू के अलावा गोड़ारू, खन्नौधी तथा अंकुरी परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। वहीं तहसीलदार ब्यौहारी ने अपने क्षेत्र के परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। ज्ञात हो कि डीईओ के अलावा सहायक आयुक्त व डीपीसी पैनल जिला स्तर पर तथा एसडीएम व तहसीलदार ब्लाक तहसील स्तर पर निगरानी दल में शामिल है।
ऑफ लाइन परीक्षा ही बेहतर
परीक्षार्थियों के अनुसार ऑफ लाइन परीक्षा ही बेहतर होती है। परीक्षा देने पहुंचे उत्साह से भरे हुए अनेक छात्रों ने बताया कि ऑन लाइन परीक्षा आसान तो होती है, लेकिन उसमें अनेक प्रकार की दिक्कतें भी होती हैं। रघुराज स्कूल से परीक्षा देकर निकले छात्र नवीन सिंह ने बताया कि ऑफ लाइन एजुकेशन के दौरान कई सवालों के जवाब बेहतर ढंग से नहीं मिल पा रहे थे। लेकिन परीक्षा के पूर्व ऑफ लाइन क्लास से वह दिक्कत अपने टीचर से दूर कर ली। छात्रा अनुष्का ने बताया कि आज का पेपर काफी सरल था। दिलीप कुमार ने बताया कि सबसे बीच बैठकर परीक्षा देने में ही लगता है कि हम परीक्षा दे रहे हैं।
आज होगी १० वीं की परीक्षा
कक्षा १० वीं की परीक्षा १८ फरवरी से शुरु होंगी। जिले के ५२ केंद्रों मेें यह परीक्षा ली जाएगी। जिसमें १५ हजार ४३७ नियमित तथा ३८८ स्वाध्यायी परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। पहले दिन हिन्दी विषय की परीक्षा होगी।
इनका कहना है
जिले में इन दिनों बल की कमी है। बड़ी संख्या में बल की ड्यूटी यूपी में चुनाव के लिए लगी है। कुछ बल इंदौर गया है। जरूरत के अनुसार सुरक्षा देखी जा रही है। पेट्रोलिंग दल भी बनाया गया है।
Created On :   18 Feb 2022 3:17 PM IST