सक्षम बनने के बाद ही अलग विदर्भ बनाना सही : नितीन गड़करी

If Vidarbha is to be separated, then it has to be enabled first
सक्षम बनने के बाद ही अलग विदर्भ बनाना सही : नितीन गड़करी
सक्षम बनने के बाद ही अलग विदर्भ बनाना सही : नितीन गड़करी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अलग विदर्भ की मांग वैसे तो बरसों पुरानी है। विपक्ष बैठे नेता पृथक विदर्भ का राग अलापते हैं और सत्ता में आने के बाद भूल जाते हैं यह सिलसिला भी सालों से चला आ रहा है। नेताओं के अवसरवादी रवैये के चलते ही आज तक विदर्भ अलग नहीं हो सका है। इस संदर्भ में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि जब तक विदर्भ आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हो जाता, तब तक स्वतंत्र राज्य बनाना ठीक नहीं है। रेशमबाग मैदान में चल रही एग्रो विजन कृषि प्रदर्शनी में वे बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि विदर्भ का किसान आर्थिक रूप से सक्षम होना चाहिए। इसके लिए पूरक व्यवसाय के रूप में किसानों को दूध उत्पादन अपनाना चाहिए। आर्थिक रूप से सक्षम होने से पहले स्वतंत्र विदर्भ राज्य बनाना ठीक नहीं होगा। विदर्भ में विकास के अनेक प्रकल्प शुरू किए गए हैं। इन प्रकल्पों के बल पर विदर्भ सक्षम होगा।  

बाजार में शीघ्र आएगी इथेनाल पर चलने वाली मोटर साइकिल

गडकरी ने कहा कि पेट्रोल आैर इथेनॉल पर चलने वाली मोटर साइकिल शीघ्र ही बाजार में उतारी जाएगी। इस मोटरसाइकिल के बाजार में आने से वाहन चालक और किसान दोनों को लाभ होगा। इथेनॉल की कीमत प्रति लीटर 50 रुपए है। पेट्रोल के मुकाबले इथेनॉल के दाम कम रहने से वाहन चालकों का ईंधन खर्च कम होगा। वहीं खेत में छोड़ दिए जाने वाले बेकाम घटकों से इथेनॉल का उत्पादन होने पर किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा। इसके अलावा दिन में 25 लाख लीटर दूध संकलन क्षमता का प्रक्रिया केंद्र शुरू करने का उन्होंने एनडीडीबी से आह्वान किया।
   
दुग्ध उत्पादन बढ़ाने संयुक्त प्रयास पर दिया जोर

दूध उत्पादन में पश्चिम महाराष्ट्र से तुलना करते हुए भूतल परिवहन व जलसंसाधन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा है कि विदर्भ में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए संयुक्त प्रयास की आवश्यकता है। उन्होंने कहा पश्चिम महाराष्ट्र के पुणे जिले में प्रतिदिन करीब 35 लाख लीटर व कोल्हापुर में 32 लाख लीटर दूध का संकलन होता है। विदर्भ के 11 जिलों में केवल 7 से 8 लाख लीटर दूध ही प्रतिदिन संकलित होता है। स्थिति बदलने के लिए विदर्भ के दूध उत्पादकों को पशु खाद्य का नियोजन व पशुधन का उचित पालन करके दूध उत्पादन बढ़ाना आवश्यक है। इसके लिए राष्ट्रीय दूध विकास महामंडल एनडीडीबी, राज्य सरकार के पशु संवर्धन विभाग, डेयरी विभाग को सामूहिक प्रयास करना चाहिए। एग्रोविजन-2017 कृषि प्रदर्शनी के तहत सुरेश भट सभागृह में विदर्भ दुग्ध िवकास परिषद का आयोजन किया गया। परिषद का उद्घाटन करते हुए  गडकरी बोल रहे थे। राष्ट्रीय दुग्ग्ध विकास महामंडल के अध्यक्ष डा. दिलीप रथ, राज्य पशु संवर्धन विभाग के आयुक्त कांतिलाल उमप, डेयरी आयुक्त राजीव जाधव, एग्रोविजन सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ. सीडी मायी, संयोजक गिरीश गांधी, विधायक आशीष देशमुख, पूर्व सांसद दत्ता मेघे उपस्थित थे।  कार्यक्रम की प्रस्तावना रवि बोरटकर ने रखी। रमेश मानकर ने आभार माना। 
 

Created On :   13 Nov 2017 3:06 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story