अस्मत पर होते रहे हमले, समय पर नहीं मिल सकी पीड़ितों को मदद

In Many popular cases victims did not get help from the public
अस्मत पर होते रहे हमले, समय पर नहीं मिल सकी पीड़ितों को मदद
अस्मत पर होते रहे हमले, समय पर नहीं मिल सकी पीड़ितों को मदद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कठुआ और उन्नाव की वारदातों को लेकर देश के कोने-कोने में जहां विरोध प्रदर्शन एवं कैंडल मार्च निकाले जा रहे हैं, वहीं नागपुर में घटित दुष्कर्म के चर्चित वारदातों की हमने पड़ताल की। दिल दहला देने वाली नागपुर की अनेक वारदातों ने महाराष्ट्र में भी राजनीतिक व सामाजिक भूचाल ला दिया था। इन वारदातों के बाद लोगों ने अलग-अलग स्तर पर मोर्चे व आंदोलन किए, किंतु कभी कैंडल मार्च नहीं निकाला। सामूहिक दुष्कर्म की वारदातों को लेकर समाज अब जितना गंभीर नजर आ रहा है, यदि इतनी ही सजगता हर मामलों में दिखाई जाए तो अपराध घटित होने के पूर्व उसके चिह्नों को पहचानकर पुलिस की सहायता से पीड़ितों की मदद की जा सकेगी। परंतु अनेक चर्चित मामलों में जनता की मदद पीड़ितों को नहीं मिली।  

पहला मामला 
पुलिस थाना     -  कलमेश्वर
मामला     -  18 दिसंबर 2005
अपराध     -  सामूहिक दुष्कर्म व हत्या
अपराध स्थल     -  लोणारा, कलमेश्वर

वारदात - मृतक 17 वर्षीय युवती कलमेश्वर के लोणारा की निवासी थी। 18 दिसंबर 2005 को अपने घर सोयी हुई थी। तड़के 3 बजे आरोपियों ने घर का दरवाजा तोड़कर भीतर प्रवेश किया। चाकू व देसी कट्टे का धौंस दिखाई। पीड़िता, पड़ोसी चाचा के घर जाकर छिप गई। आरोपियों ने उसे पड़ोसी के घर से उठाकर पास के खेत में ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया। पश्चात तीक्ष्ण हथियार से उसकी निर्मम हत्या कर दी। इस असहाय युवती की चीख पुकार के बावजूद कोई मदद के लिए नहीं आया। कुख्यात अपराधी राकेश मनोहर कांबले व अमरसिंह किसनसिंह ठाकुर अनेक अपराधों में फरार थे। इस वारदात के बाद भी पुलिस उन्हें तत्काल गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। 6 जून 2006 को राकेश कांबले एवं 29 मई 2010 को अमरसिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया जा सका। तत्कालीन एसडीपीओ अरुण भादीकर ने मामले की गहनता से जांच कर न्यायालय में चार्जशीट दायर की। अभियोजन पक्ष द्वारा 19 गवाहों से पूछताछ की गई। अंत में न्यायालय ने दोनों आरोपियों के खिलाफ फांसी की सजा सुनाई थी। 

दूसरा मामला 
पुलिस थाना     -  कुही
मामला     -  20 जनवरी 2013
अपराध     -  सामूहिक दुष्कर्म व डकैती
अपराध स्थल     -  कुही

वारदात - माता-पिता को बेहोश कर 16 वर्षीय युवती से सामूहिक दुष्कर्म की यह घिनौनी वारदात कुही में 20 जनवरी 2013 को घटी। एक फार्महाउस में डकैतों ने मजदूर दंपति को पीट-पीटकर बेहोश किया। उनकी पुत्री के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस दौरान अन्य मजदूर परिवारों के साथ भी मार-पीट व लूट-पाट की गई। यह मामला भी महाराष्ट्र में अनेक दिनों तक सुर्खियों में रहा। 

तीसरा मामला 
पुलिस थाना     -   हुड़केश्वर, नागपुर 
मामला     -   1 जुलाई 2012 
अपराध     -   2 बालिकाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म 
अपराध स्थल     -   स्वागत नगर 

वारदात - नागपुर के लिए बहुचर्चित इस वारदात ने सभी को दहला दिया था। महज 12 और 14 वर्ष की दो बालिकाओं के साथ 5 आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। इसके पूर्व आरोपी वारदात स्थल स्वागत नगर के एक मकान में अश्लील फिल्म देख रहे थे। आरोपियों में से एक इन पीड़िताओं का मित्र था। उसके अनुरोध पर उक्त बालिकाएं वारदात स्थल पर गई थीं। अपने मित्रों से मिलवाने के बहाने जब उन्हें उस मकान में ले जाया गया तो उनके साथ संपूर्ण रात दुराचार की वारदात को अंजाम दिया गया। वहीं पीड़िताओं के माता-पिता अपनी बच्चियों को रात भर खोजते रहे। पश्चात यह मामला थाने पहुंचा और दूसरे दिन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। 

चौथा मामला 

पुलिस थाना     -  एमआईडीसी, नागपुर
मामला     -  18 मार्च 2018
अपराध     -  प्रेमी के सामने प्रेमिका से            सामूहिक दुष्कर्म
अपराध स्थल     -  पिसुडे ले-आउट 

वारदात - चाकू की नोंक पर प्रेमी के सामने प्रेमिका से सामूहिक दुष्कर्म करने की यह शर्मनाक वारदात काफी चर्चित रही। 3 आरोपियों ने कैटरिंग का काम करने वाली 19 वर्षीय पीड़िता को उसके प्रेमी व ऑटो चालक के सामने उसे अगवा कर लिया। प्रेमी ने उनका पीछा किया। इस बीच आरोपियों ने पिसुडे ले-आउट के सूनसान इलाके में पीड़िता को ले जाकर चाकू की नोंक पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। रोंगटे खड़े कर देने वाली यह वारदात पीड़िता के प्रेमी की आंखों के सामने ही हुई। वह अपनी प्रेमिका को छुड़वाने के लिए गिड़गिड़ाता रहा। सुबह जब पीड़िता थाने पहुंची तो मामला उजागर हुआ।   

पांचवा मामला
पुलिस थाना     -  सीताबर्डी
मामला     -  22 अप्रैल 2017
अपराध     -  अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म
अपराध स्थल     -  सुगत नगर

वारदात - बाल सुधारगृह से भागी किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात भी नागपुर के लिए चर्चा का विषय रही। काटोल मार्ग पर स्थित बाल सुधारगृह से भागी चार किशोरियों में से एक का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इस पीड़िता को वेरायटी चौक से एक ऑटो में जरीपटका के सुगत नगर की निर्माणाधीन इमारत में ले जाकर उसकी अस्मत लूटी गई। घटना स्थल पर तैनात चौकीदार ने इस वारदात का विरोध नहीं कर पाया था। 

छठा मामला 
पुलिस थाना     -  यशोधरा नगर 
मामला     -  16 मार्च 2018
अपराध     -  भाई से मिलने आई किशोरी से किया सामूहिक दुष्कर्म
अपराध स्थल     -  भीमवाड़ी रेलवे पटरी

वारदात - बालाघाट जिले से नागपुर अपने भाई से मिलने आई 16 वर्षीय किशोरी को घर छोड़ने के बहाने अन्य स्थल पर ले जाकर उसके साथ दो आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। बालाघाट से यह पीड़िता ट्रेन से आई थी। अपने मजदूर भाई का पता भूलने के कारण वह पूछताछ करती रही। ऑटो चालक व उसके साथी ने घर छोड़ देने का झांसा देकर उसे भीमवाड़ी के रेलवे पटरी परिसर में लेकर गए। पीड़िता ने शोर मचाया, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया। वारदात के बाद वह आरोपियों के चंगुल से भागकर समीप की बस्ती में एक झोपड़े में जा छुपी। संबंधितों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद यह मामला उजागर हुआ।
 

Created On :   22 April 2018 4:48 PM IST

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