पहले दी गई वेतनवृद्धि, अब ब्याज के साथ हो रही वसूली

Increment given earlier, now recovery with interest
पहले दी गई वेतनवृद्धि, अब ब्याज के साथ हो रही वसूली
पहले दी गई वेतनवृद्धि, अब ब्याज के साथ हो रही वसूली

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एसटी महामंडल में नए भर्ती किए गए चालक-परिचालकों के सामने अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई है। पहले तो इनकी वेतनवृद्ध की गई, अब नए जीआर के तहत बढ़े हुए वेतन की ब्याज के साथ कटौती की जा रही है। इससे कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी है। इस समस्या को नागपुर आए पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत व महाराष्ट्र एसटी कामगार सेना के सहसचिव हिरण रेटकर के सामने सेना के नागपुर विभाग ने रखी है। फिलहाल कर्मचारियों को समस्या समाधान का आश्वासन दिया गया है।   

18 लाख रुपए वसूलना है

मामला कुछ इस प्रकार है। वर्ष 2000 में यूनियन के साथ मिलकर प्रशासन ने एक करार साइन किया था, जिसमें एसटी को आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए नए ड्राइवर व कंडक्टरों की भर्ती कनिष्ठ वेतनश्रेणी के अनुसार की गई। करार के अनुसार था कि अगले 3 या 5 साल तक इन्हें मात्र 3 हजार रुपए ही वेतन मिलेगा। बाद में सरकार ने एक पत्रक जारी किया, जिसमें 12 साल लगातार काम करनेवाले कर्मचारियों की ग्रेड बढ़ाई गई। ऐसे में प्रशासन ने वर्ष 2000 से लगे सभी ड्राइवर व कंडक्टरों की वेतनश्रेणी भी बढ़ा दी, जबकि करार के माध्यम से भर्ती चालक-परिचालकों को यह वेतन वृद्धि नहीं देनी थी, लेकिन उन्हें भी दे दी गई। उसके बाद वर्ष 2017 में नया जीआर निकाला गया, जिसमें उपरोक्त वेतनवृद्धि में कनिष्ठ श्रेणी में काम करनेवाले चालक-परिचालकों को शामिल नहीं किया गया। जीआर आने तक प्रशासन इन चालक-परिचालकों पर करीब 18 लाख रुपए खर्च कर चुका था। अब विभाग कर्मचारियों के वेतन से यह राशि ब्याज के साथ कटौती की जा रही है। हालांकि इसको लेकर कुछ कर्मचारी कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। 

Created On :   22 Dec 2019 5:34 PM IST

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