भारत के पास दुनिया का कंटेंट उपमहाद्वीप बनने की क्षमता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि भारत के पास दुनिया का कंटेंट उपमहाद्वीप बनने की क्षमता है और फिल्म निर्माण के लिए एक पसंदीदा स्थान है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों का उद्देश्य भारत के मीडिया और मनोरंजन पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है जिससे सालाना 53 अरब डॉलर की आय होने की उम्मीद है। इंडिया फोरम ऑन इंडिया-द कंटेंट हब ऑफ द वर्ल्ड पर पैनल चर्चा में मुख्य भाषण देते हुए ठाकुर ने कहा कि भारतीय सिनेमा न केवल देशवासियों, बल्कि पूरी दुनिया के दर्शकों का भी मनोरंजन कर रहा है। उन्होंने कहा कि सिनेमा ने भारत की गाथा को बहुत ही खूबसूरती से पेश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सिनेमा ने देश के स्वतंत्रता संग्राम का भी बेहतर ढंग से चित्रण किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र का अर्थव्यवस्था में अहम योगदान रहा है। यह विश्व स्तर पर देश की सॉफ्ट पावर को भी प्रदर्शित करता है।
मंत्री ने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा फिल्म सुविधाओं को बढावा देने के लिए किए जा रहे विभिन्न उपायों के बारे में बताते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने देश में फिल्मों के सह-निर्माण और शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए पिछले आठ वर्षों में कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों अपनी स्वयं की फिल्म सुविधा नीतियां बनाई और सह-निर्माण के अवसर प्रदान किए।
ठाकुर ने कहा कि सरकार ने एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक टास्क फोर्स का गठन करके बड़ी छलांग लगाई है। उन्होंने कहा कि सिनेमा की विरासत को डिजिटलीकरण के माध्यम से संरक्षित करने के कदम उठाए गए हैं। पैनल चर्चा में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष और गीतकार प्रसून जोशी, अभिनेता और निर्देशक आर माधवन, भारतीय फिल्म निर्माता शेखर कपूर, सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अपूर्व चंद्रा आदि ने भी अपने विचार रखे।
Created On :   19 May 2022 7:40 PM IST