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तीसरे महायुद्ध के खतरे से भारत को सावधान रहने की जरूरत-थोरात

डिजिटल डेस्क, नागपुर। तीसरा महायुद्ध हुआ तो केवल वह धार्मिक कारणों की वजह से होगा। इसके लिए मुस्लिम बहुल देश एक समूह में शामिल हो जाएंगे। भारत में सर्वधर्म समभाव होने से भारत को धोखा नहीं है, अगर यह युद्ध हुआ तो उसका परिणाम भारत पर भी पड़ेगा। हमें सावधान रहने की जरूरत है। इसके लिए शिक्षित युवकाें को आज ही जागृत कर देश के विकास में सहयोग के लिए प्रेरित करना होगा। यह विचार अंतरराष्ट्रीय स्तर के सुरक्षा विशेषज्ञ और पूर्व आईपीएस अधिकारी शिरीष थोरात ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारत की अपेक्षा अमेरिका और चीन सुरक्षा की दृष्टि से बेहद शक्तिशाली देश हैं। यह दोनों देश एक-दूसरे से आधुनिक हथियारों का आदान-प्रदान करते हैं। इस कारण भारत को इन दोनों देशों की तरह शक्तिशाली बनना होगा और सावधान भी रहने की आवश्यकता है। यह प्रखर मत शिरीष थोरात ने रविवार को सिविल लाइंस स्थित प्रेस क्लब में आयोजित "मीट द प्रेस" में बोलते हुए रखे।
आईएसआईएस से दूर रखना होगा
इस अवसर पर नागालैंड कैडर के आईपीएस अधिकारी संदीप तामगाडगे उपस्थित थे। नागपुर श्रमिक पत्रकार संघ और प्रेस क्लब की आेर से शिरीष थोरात का सत्कार किया गया। थोरात द्वारा लिखित "टिकट टू सीरिया" नामक पुस्तक का लोकार्पण किया गया। इस दौरान थोरात ने कहा कि आईपीएस की ट्रेनिंग में मालदीव के दो क्लासमेट से पहचान हुई। इसके लिए मालदीव जाने का मौका मिला। उस समय ध्यान में आया कि, मालदीव में करीब 40 उच्चशिक्षित युवक-युवती इसिस (आईएसआईएस) से जुड़े हैं। इसके बारे में गहराई तक जाने के बाद उनके सफर का खुलासा हुआ। अमेरिका के जर्सी शहर में स्थायी होने के बाद वहां की सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया। इसिस से जुड़ने वालों का भारत में आंकडा 100 से अधिक नहीं है, लेकिन यह आंकडा न बढ़े इसका ध्यान रखना होगा। भारत के कुछ धार्मिक स्थलों में बच्चों के दिमाग पर धार्मिक कट्टरवाद का बीज बोया जा रहा है। "लव जिहाद" को बिना कारण हवा दी जा रही है। दो विभिन्न धर्म के वयस्क युवक-युवती में प्रेम संबंध निर्माण होने के बाद जाति या समाज मायना नहीं रखता है।
Created On :   3 April 2018 2:10 PM IST