भारत के प्रयोगों को वैश्विक स्तर पर मिल रही पहचान - प्रधान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि आईआईटी में भारत द्वारा किए जा रहे प्रयोगों को वैश्विक स्तर पर पहचान मिल रही है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि आईआईटी के साथ प्रयोग करने में भारत का सामूहिक ज्ञान वैश्विक मान्यता अर्जित कर रहा है। प्रधान ने यह बात यहां देश के 23 आईआईटी संस्थानों द्वारा सामूहिक रूप से आईआईटी दिल्ली में आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय अनुसंधान मेले का उद्घाटन करने के बाद कही। उन्होंने कहा कि न केवल कई विकासशील देश बल्कि विकसित देश भी अपने यहां अपने खर्च पर आईआईटी संस्थान के परिसर स्थापित करने के लिए भारत सरकार से संपर्क कर रहे हैं। मंत्री ने देश के आईआईटी संस्थानों से कहा कि वे सिर्फ उच्च पैकेज पर काम करने वाले इंजीनियर ही तैयार न करें, बल्कि यह देखें कि अनुसंधान को कैसे समाज से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि आईआईटी को कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाना चाहिए।
इस मौके पर एयरटेल के संस्थापक सुनील भारती मित्तल ने कहा कि 5जी प्रौद्योगिकी में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सभी आईआईटी के साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विजन को साकार करने में सभी आईआईटी को भी आगे आना होगा। बीओजी,आईआईटी मद्रास के अध्यक्ष डॉ पवन गोयनका ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परिकल्पित अनुसंधान के माध्यम से समाज के हर वर्ग को फायदा मिलेगा। इसमें आईआईटी की अहम भूमिका रहेगी। बीओजी, आईआईटी हैदराबाद के अध्यक्ष डॉ बीवीआर मोहनरेड्डी ने बताया कि देश के सभी 23 आईआईटी के विज्ञानियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए अनुसंधान की झलक दिखाने के लिए पहली बार आईआईटी दिल्ली परिसर में अनुसंधान एवं विकास प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
Created On :   14 Oct 2022 9:47 PM IST