अस्पताल स्टाफ का अमानवीय चेहरा-मासूम बच्ची का शव स्टेशन के बाहर छोड़ कर भागे

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अस्पताल स्टाफ का अमानवीय चेहरा-मासूम बच्ची का शव स्टेशन के बाहर छोड़ कर भागे

डिजिटल डेस्क जबलपुर । रेलवे अस्पताल के स्टाफ का अमानवीय चेहरा सामने आया, जिसमें पीडि़त मानवता की सेवा की शपथ लेने वाले अस्पताल कर्मी एक साल की मासूम बच्ची के शव को लावारिस हालत में रेलवे स्टेशन के बाहर छोड़कर भाग गए। इसकी जानकारी जीआरपी को लगी तब उन्होंने 108 एम्बुलेंस को बुलवाकर बच्ची के शव और माता-पिता को विक्टोरिया भेजा। जीआरपी थाना प्रभारी मनजीत सिंह ने बताया कि मुंबई से गोरखपुर जा रही श्रमिक एक्सप्रेस से कंट्रोल में कॉल आया था कि एक छोटी बच्ची की मौत हो गई है। गोरखपुर देवरिया निवासी यात्री सुरेश भगत ने बताया कि उनकी एक साल की बच्ची आकृति सुबह से बीमार लग रही थी, रास्ते में अचानक उसकी साँसें थम गईं। करीब 7 बजे रेलवे अस्पताल से एम्बुलेंस आई और वह बच्ची के शव और माता-पिता को लेकर चली गई। रात 8 बजे सूचना आई कि रेलवे एम्बुलेंस बच्ची के शव और माता-पिता को प्लेटफॉर्म नं. 1 के बाहर छोड़कर चंपत हो गई है। हैरान-परेशान श्री सिंह जब मौके पर पहुँचे तो देखा कि बच्ची का शव जमीन पर रखा हुआ है और उसके माता-पिता जोर-जोर से रो रहे हैं। इसी बीच अपनी बच्ची की मौत से व्याकुल माँ ने बच्ची को जमीन से उठाया और अपने जिगर के टुकड़े को सीने से लगा लिया। पिता सुरेश भगत ने बताया कि करीब एक घंटे तक रेलवे की एम्बुलेंस पर स्टाफ उन्हें सड़कों पर घुमता-फिराता रहा और उसके बाद स्टेशन के बाहर उन्हें यह कह कर उतार दिया कि दूसरी एम्बुलेंस वाले आ रहे हैं। श्री सिंह ने 108 एम्बुलेंस को बुलाया। जो उन्हें विक्टोरिया ले गई, जहाँ से उन्हें मेडिकल रेफर कर दिया गया। अब बच्ची का कोरोना परीक्षण किया जाएगा, उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

Created On :   22 May 2020 8:56 AM GMT

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