फीवर क्लीनिक से कोरोना के डर को दूर करने की पहल

Initiative to remove fear of Corona from fever clinics
फीवर क्लीनिक से कोरोना के डर को दूर करने की पहल
फीवर क्लीनिक से कोरोना के डर को दूर करने की पहल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा ने शहर के 10 जोन में शनिवार से फीवर क्लीनिक आरंभ किए है। विशेष बात यह है कि यह क्लीनिक सामान्यतौर पर आरंभ रहते है और सभी प्रकार के मरीज भी पहुंचते है लेकिन इनको फीवर क्लीनिक का इसलिए दिया गया है, जिससे लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों को लेकर जो डर पैदा हो रहा है उसे दूर किया जा सके।

शनिवार को दोपहर धंतौली जोन में अजनी पुलिस स्टेशन के पीछे की ओर बाबुलखेड़ा स्थित फीवर क्लीनिक पर पहुंचकर पड़ताल की तो सामने आया कि सारा स्टॉफ सुबह समय पर पहुंच गया था। सुबह से लेकर दोपहर तक 71 मरीज परामर्श के लिए पहुंचे थे जिसमें एक बच्ची को डायरिया होने की वजह से बुखार जैसा लग रहा था। बच्ची को दवा देकर अगले दिन बुलाया गया है यदि दवा के बाद भी बुखार ठीक नहीं होता है तो परिस्थिति के हिसाब से डॉक्टर निर्णय लेंगे।

यह जरुरत है
अस्पताल में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को हाथ धुलकर ही अंदर प्रवेश दिया जा रहा है लेकिन कोरोना के चलते फीवर क्लीनिक द्वारा डिमांड किए गए इंफ्रारेड डिजिटल थर्मलमीटर नहीं पहुंचे है। इससे वहां पहुंचने वाले मरीजों की अस्पताल में प्रवेश से पहले बुखार की जांच नहीं की जा पा रही है।

फीवर क्लीनिक के स्टेप
सबसे पहले फीवर क्लीनिक पर कोई भी व्यक्ति पहुंचता है और यदि उसे कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण है तो उसका सारा रिकाॅर्ड रखा जाता है और यदि वह दवा देने पर ठीक नहीं होता है तो तत्काल उसे क्वारंटाइन करने पर विचार किया जाता है वहां भी ठीक ना होने की स्थिति में उसे अस्पताल में आइसोलेटेड करके उपचार किया जाता है जहां वेंटीलेटर सहित अन्य सारी सुविधा जरुरत पड़ने पर उपलब्ध रहती है।

इनका कहना है
फीवर क्लीनिक बाबुलखेड़ा की चिकित्सक डॉ.स्वाति गुप्ता के मुताबिक सभी मरीज सामान्य थे एक बच्ची को डायरिया के लक्षण हमनें दवा दे दी है। वह जल्द ही ठीक हो जाएगी हालांकि हमने उनको फिर से बुलाया है यदि वह नहीं आते है तो हम उनके नंबर पर संपर्क कर उनके घर पहुंचकर मामले की जांच करेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकना है।

Created On :   12 April 2020 2:02 PM IST

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