8वें नंबर की छात्रा की जगह दे दिया गया 18वें और 25वें नंबर के विद्यार्थियों को एडमिशन

Instead Admission given to 8th grade student, college gave admission to 18th and 25th students
8वें नंबर की छात्रा की जगह दे दिया गया 18वें और 25वें नंबर के विद्यार्थियों को एडमिशन
8वें नंबर की छात्रा की जगह दे दिया गया 18वें और 25वें नंबर के विद्यार्थियों को एडमिशन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। जुपिटर मेडिकल कॉलेज ने नीट की परीक्षा में ओबीसी कैटेगरी में 8 वें नंबर पर आई छात्रा की जगह 25वें नंबर की छात्रा को प्रवेश दे दिया। पिता का आरोप है कि उनकी बेटी की सीट बेची गई। उन्हें इसके लिए 28 लाख मांगे गए थे, जो उन्होंने नहीं दिए। एडमिशन नहीं देने पर कॉलेज का कहना है कि छात्रा प्रवेश के समय देरी से पहुंची थी, इसलिए उसकी जगह दूसरे को सीट दे दी। जबकि छात्रा का कहना है कि कॉलेज अपनी गलती छिपाने के लिए झूठ बोल रहा है, कॉलेज में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर ली जाए तो मामले की पोल खुल जाएगी। इसकी शिकायत पुलिस से लेकर मेडिकल के आला अफसरों तक पहुंची। इसकी गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए, जिस पर 8 दिन से जांच जारी है। दूसरी तरफ जब छात्रा ने सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा तो कॉलेज ने कहा- वायर जलने से वह तो नष्ट हो गया है। 

28 लाख सीट के लिए मांगे थे, 50,000 रुपए का ऑफर देकर  शिकायत वापस लेने को कहा
अंजुम के पिता शमशुद्दीन कुरैशी ने बताया कि इस मामले की शिकायत हर जगह करने पर कॉलेज वालों ने उन्हें 50,000 रुपए लेकर शिकायत वापस लेने को कहा और साथ ही यह भी प्रस्ताव रख दिया कि एक साल की कोचिंग और कर लो, उसकी फीस कॉलेज दे देगा और अगले साल एडमिशन देने की बात कही। इसे नकारते हुए अंजुम के पिता ने तय किया कि वह इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे। जुपिटर आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में अंजुम कुरैशी दिनांक 15-11-2018 को एडमिशन के लिए गई। कॉलेज गेट के अंदर जाने के बाद एक महिला गार्ड ने उसका हाथ पकड़ के बाहर निकाल दिया और कहा-वह अंदर नहीं जा सकती, जबकि कुछ देर बाद गेट बंद किया गया। अगले दिन इसकी शिकायत कॉलेज में लेकर पहुंची तो कॉलेज प्रशासन का कहना था कि डीएमईआर के निरीक्षक के आदेश पर ऐसा किया है। डीएमईआर विभाग में बात करने पर साफ कर दिया कि मामला कॉलेज का ही है। लड़की ने जब सीट अलॉटमेंट लिस्ट इंटरनेट से निकाली तो उसमें पता चला कि उसकी सीट किसी अन्य को दे दी गई है। ओबीसी की लिस्ट में 18वें स्थान पर 75.22 प्रतिशत वाले छात्र और 25वें स्थान पर 73.52 प्रतिशत वाली छात्रा को सीट दे दी गई । 

मामला गंभीर है, जांच के आदेश दिए जा चुके हैं
पुलिस आयुक्त  डॉ.भूषण कुमार उपाध्याय के मुताबिक हमारे पास इसकी शिकायत आई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने बेलतरोड़ी पुलिस स्टेशन को जांच के निर्देश दिए हैं। जांच पूरी होने पर उचित कार्यवाही की जाएगी।

डाटा जब्त किया, कार्रवाई कर रहे हैं
पुलिस निरीक्षक थाना बेलतरोडी विजय तलवारे ने बताया कि मामले में सीसीटीवी फुटेज जलने की बात तो सामने आई है। हमने डाटा जब्त कर लैब में जांच के लिए कुछ भेजा है। 
 

Created On :   2 Jan 2019 3:57 PM IST

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