कृष्णा नदी में बढ़ते प्रदूषण की जांच के लिए संयुक्त समिति के गठन के दिए निर्देश

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सांगली के चीनी मिलों द्वारा कृष्णा नदी में दूषित पानी छोड़े जाने को लेकर एक आदेश पारित किया है। एनजीटी ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) को निर्देश दिए हैं कि वह संयुक्त समिति का गठन करे, जो नदीं में बढते प्रदूषण की जांच करेगी और अगले चार सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट एनजीटी को सौंपेगी।
स्वतंत्र भारत पक्ष के सांगली जिला प्रमुख सुनील फराटे ने बिती 24 जुलाई 2022 को इस मामले में एक आवेदन दाखिल किया था। इसमें उन्होंने सांगली के आसपास स्थित कई उद्योगों द्वारा कृष्णा नदी में दूषित पानी छोड़े जाने का मुद्दा उठाया था। उन्होंने आवेदन में इस संबंध में अधिकारियों से भी शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
फराटे ने कहा कि कृष्णा नदी में छोड़े जा रहे दूषित अपशिष्ट के कारण मछलियों की मौत और जैव विविधता को हो रहे नुकसान का भी हवाला दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कृष्णा नदी पर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा किए गए निरीक्षण से पता चला है कि मछलियों की मौत की वजह से चीनी मिलों और आसपास के क्षेत्रों में उद्यों द्वारा छोड़ा गया अपशिष्ट था।
Created On :   26 Aug 2022 7:50 PM IST