भारत को विश्व गुरू बनाने बौद्धिक योद्धाओं की है जरूरत - भिड़े
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विवेकानंद केन्द्र, कन्याकुमारी की उपाध्यक्ष सुश्री निवेदिता भिड़े ने उदीयमान भारत के लिए युवा पीढ़ी के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा है कि यदि हमें भारत को विश्व गुरू बनाना है, तो इसके लिए बौद्धिक योद्धाओं की जरूरत है। उन्होने कहा कि आज विश्व की बड़ी बड़ी कंपनियों को भारतीय चला रहे हैं। हमारी प्रतिभाओं का लाभ दुनिया के दूसरे देश उठा रहे हैं। यह प्रतिभाएं जब अपने देश में रहकर कार्य करेंगी, तभी उदीयमान भारत का निर्माण होगा। सुश्री भिड़े ने यह बात आईआईएमसी द्वारा आयोजित ‘उदीयमान भारत और युवा’ विषय पर बोलते हुए कही। उन्होने कहा कि शिक्षा का मतलब यह नहीं है कि दिमाग में कई ऐसी सूचनाएं एकत्रित कर ली जाएं, जिसका जीवन में कोई इस्तेमाल ही न हो। हमारी शिक्षा जीवन निर्माण, व्यक्ति निर्माण और चरित्र निर्माण पर आधारित होनी चाहिए। उन्होने कहा कि हमारे युवाओं में असीम प्रतिभा और ऊर्जा है। इसका समुचित विकास और उपयोग किए जाने की जरूरत है। सुश्री निवेदिता भिड़े ने कहा कि युवा शक्ति को सही मायने में राष्ट्र शक्ति बनाने का एक व्यापक प्रयास आज देश में देखने को मिल रहा है। संकट काल में भारत ने संपूर्ण विश्व को नई राह दिखाई है। वैक्सीन निर्माण में भारत की आत्मनिर्भरता का आज पूरी दुनिया को लाभ मिल रहा है।
Created On :   14 Jan 2022 2:33 PM GMT