सुपारी व्यवसायी के ऑफिस पहुंची डायरेक्ट आफ इंटेलिजेंस की टीम

Intelligence of Director Team raid on Betel businessman office
सुपारी व्यवसायी के ऑफिस पहुंची डायरेक्ट आफ इंटेलिजेंस की टीम
सुपारी व्यवसायी के ऑफिस पहुंची डायरेक्ट आफ इंटेलिजेंस की टीम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इतवारी में सुपारी व्यवसायी के आफिस में राजस्व जांच की केन्द्रीय टीम के पहुंचने से  चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।  भारत सरकार के डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस की टीम द्वारा सुपारी व्यवसायी के आफिस की छानबीन की गई। टीम में 10 अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे।   गुरुवार को दोपहर से शाम तक दस्तावेजों की छानबीन चलती रही।   दूसरी तरफ, सुपारी व्यवसायी ने कहा है कि उनके दफ्तर में किसी तरह की कार्रवाई हुई ही नहीं। 

पहुंचे अनेक, लेकिन चुप ही रहे : सूत्र के अनुसार, गुरुवार दोपहर में डीआरआई अर्थात डायरेक्टर ऑफ इंटेलिजेंस के 10 अधिकारी -कर्मचारियों की टीम इतवारी के मस्कासाथ परिसर पहुंची और मेमन जमात बिल्डिंग में जेके ट्रेडर्स के दफ्तर में छानबीन की। जेके ट्रेडर्स के संचालक आसिफ कलीवाला भाजपा के शहर उपाध्यक्ष रहे हैं। इससे पहले वाड़ी क्षेत्र में सुपारी छापेमारी मामले में वे चर्चा में आए थे। कलमना में मिर्ची व्यवसाय से भी वे जुड़े हैं। किराना ओली इतवारी के व्यापारी संगठन के भी वे पदाधिकारी हैं। छापेमारी की खबर फैलते ही परिसर में व्यवसायी के अलावा सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ता पहुंचे। लेकिन डीआरआई की जांच के बारे में पता चलने पर किसी ने भी इस मामले में दखल नहीं दिया।

आरोपों के बीच होती रही है कार्रवाई : गौरतलब है कि सड़ी सुपारी के कारोबार के आरोप में सुपारी व्यवसायियों के गोदामों व प्रतिष्ठानों पर अक्सर अन्न व औषधि विभाग की कार्रवाई होते रही है। इस मामले में यह भी आरोप लगता है कि अन्न व औषधि विभाग के अधिकारियों के माध्यम से छापामार कार्रवाई कराने के बाद कुछ राजनीतिक संगठन के कार्यकर्ता वसूली के लिए सक्रिय हो जाते हैं। वसूली के विरोध में व्यापारी प्रतिनिधि विविध स्तर पर प्रदर्शन  व शिकायत भी कर चुके हैं। खाद्य व औषधि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि जेके ट्रेडर्स में कार्रवाई से उनके विभाग का संबंध नहीं हैं। आसिफ कलीवाला ने डीआरआई की कार्रवाई से इनकार किया है।  

वसूली की चर्चाएं
-डीआरआई की कार्रवाई के दौरान ही अन्य सुपारी व्यवसायी से वसूली की चर्चा सुनी जाती रही। 
-भंडारा मार्ग पर एक कारोबारी को प्रवीण नामक किसी कार्यकर्ता ने खाद्य व औषधि विभाग की कार्रवाई कराने के लिए परेशान किया। 
-राकेश नामक अन्य कार्यकर्ता ने राजनीतिक संगठन के माध्यम से उच्च स्तर पर कार्रवाई कराने की धमकी दी। तब कलमना क्षेत्र के ही एक राजनीतिक कार्यकर्ता के माध्यम से मध्यस्थता की गई। 
-कापसी पुलिस के पास इसी सप्ताह वसूली गिरोह की सक्रियता की चर्चा थी। एक राशन व्यवसायी को भी वसूली के लिए परेशान करने की खबर थी। राशन व्यवसायी के बारे में खबर फैलाई गई कि वह सरकारी रियायत दर पर दिया जाने वाला राशन खुले बाजार में बेचता है।
नीलामी में ली संपत्ति और आए लोगों की नजर में 
यह भी कहा सुना गया कि अासिफ कलीवाला को कलमना बाजार में नागपुर सुधार प्रन्यास की 2 करोड़ की संपत्ति लेना महंगा पड़ा। कलीवाला ने नीलामी के माध्यम से नासुप्र की संपत्ति दो दिन पहले ही ली है। लिहाजा उनके करोड़ों के कारोबार में राजस्व चोरी का संदेह हुआ। यह भी चर्चा है कि किसी राजनीतिक संगठन के पदाधिकारी की शिकायत पर डीआरआई की टीम पहुंची। 
 

Created On :   19 Jan 2018 10:50 AM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story