विडंबना: चुनाव लड़ा तो दबंगों ने जाति से किया बाहर, अब पानी तक को तरसा परिवार

Irony: If the contestants fought, the bullies broke out of the caste, now even the family craved for water
विडंबना: चुनाव लड़ा तो दबंगों ने जाति से किया बाहर, अब पानी तक को तरसा परिवार
विडंबना: चुनाव लड़ा तो दबंगों ने जाति से किया बाहर, अब पानी तक को तरसा परिवार



डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। चुनाव लडऩे का दंश एक परिवार पिछले पांच साल से भुगत रहा है। गांव के दबंगों द्वारा जाति से बाहर किए जाने के बाद पीडि़त परिवार पानी तक को तरस गया है। हालात ये हैं कि अपने पुर्खों के गांव में ये पीडि़त निर्वासितों की तरह जीवन-यापन करने को मजबूर हैं। इस आधुनिक युग में भी जात से निकाले का ये कृत्य किसी दूरदराज के गांव में नहीं बल्कि शहर से लगी ग्राम पंचायत मूसादेही में हुआ है। सोमवार को शिकायत लेकर आए इस परिवार की बातें सुनकर अफसर भी सकते में आ गए। इस मामले में अब गांव के दबंगों पर कार्रवाई की बात कही जा रही है।
शिकायत लेकर आए मूसीदेही निवासी मनीराम पिता कन्हैया गौली ने बताया कि पांच साल पहले उसके भाई बल्लू ने पंचायत चुनाव लड़ा था। जिसमें परिवार ने बल्लू के सपोर्ट मेंं चुनाव प्रचार किया। प्रचार के दौरान एक महिला भी शामिल थी। इसी से नाराज होकर गांव के पटेल गुरुप्रसाद गौली द्वारा महिला को जाति से बाहर करने की प्रक्रिया की जाने लगी। विरोध किया गया तो उसे भी जाति से बाहर कर दिया गया। अब पूरे पांच साल का समय बीत गया है, लेकिन हमारी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। शिकायत करने जाओ तो दबंगों द्वारा गांव में मारपीट की जाती है। अपने ही बुजुर्गों के गंाव में डरे-सहमे से रहने को मजबूर हो गए हैं।
पानी तक नहीं लेने दे रहे कुएं से
पीडि़त ने शिकायत करते हुए बताया कि पूरे परिवार के साथ गांव में छुआछूत की भावना रखी जाती है। हैंडपंप से पानी लेने जाओ तो भगा दिया जाता है। पिछले दिनों उनकी बहू गलती से गांव के हैंडपंप में पानी भरने चली गई तो गांव के ही श्याम पिता शिवप्रसाद गौली ने पानी से भरी गुंडी को रोड पर फेंक दिया। गांव में हमें शुद्ध पानी तक के लिए मोहताज कर दिया गया है।
बेटियां बड़ी हो गई, कोई ब्याह करने तैयार नहीं
दबंगों द्वारा की गई कार्रवाई का हर्जाना मेरे भाइयों सहित पूरे परिवार को भुगतना पड़ रहा है। घर की बेटियां बड़ी हो गई हैं, लेकिन जातिगत भेदभाव के चलते उनकी शादी नहीं हो पा रही है। कोई रिश्ता करने के लिए तैयार नहीं है। कोई आ भी जाए तो गांव के दबंग उन्हें बरगला देते हैं। अब सिर्फ शिकायत करने के अलावा हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा है।
कोई कार्यक्रम में नहीं बुलाते, कोई बुलाए
तो धमकाते हैं
पीडि़त ने शिकायत करते हुए बताया कि गांव के शादी समारोह में बुलाने पर ग्राम पटेल द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिससे हमें किसी भी समारोह में बुलाने की इजाजत किसी को नहीं है। यदि कोई बुला ले तो गांव के ये लोग उन्हें धमकाते हैं, ताकि वे हमसे रिश्ता न रखें। पिछले पांच सालों से हमारे परिवार के साथ ये प्रताडऩा की जा रही है।

Created On :   5 Jan 2021 11:21 PM IST

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