एक्ट्रेस श्वेता महाडिक ने कहा- अपनी काबिलियत से जुड़ी बंदिशों को तोड़ना जरूरी 

It is Necessary to break the restrictions related to your abilities : Shweta Mahadik
एक्ट्रेस श्वेता महाडिक ने कहा- अपनी काबिलियत से जुड़ी बंदिशों को तोड़ना जरूरी 
एक्ट्रेस श्वेता महाडिक ने कहा- अपनी काबिलियत से जुड़ी बंदिशों को तोड़ना जरूरी 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुझे स्टेज में स्पीच देने में बहुत डर लगता है, मुझे लगता है कि ये मुझसे न हो पाएगा, ये कहना है मराठी फिल्म लोकमान्य तिलक में अभिनय कर चुकीं एक्ट्रेस श्वेता महाडिक का। उन्होंने बताया कि हम अपनी जिंदगी में हम बहुत-से ऐसे लोगों से मिलते हैं जो अक्सर हमारे अरमानों पर पानी फेर देते हैं और कुछ भी करने की हमारी काबिलियत पर सवाल उठाने लगते हैं, और फिर हम खुद से ही सवाल पूछने पर मजबूर हो जाते हैं। ये तुमसे ना हो पाएगा कहकर हमें हमारे सपनों से दूर कर देते हैं और हम कभी नामुमकिन को मुमकिन नहीं कर पाते। अपनी काबिलियत से जुड़ी इन बंदिशों को तोड़ना जरूरी है ये कहना है एक्ट्रेस श्वेता महाडिक का।

वे  फिक्शन शो ‘गुड्डन ...तुमसे ना हो पाएगा को प्रमोट करने नागपुर पंहुची। उन्होंने बताया कि यह शो 20 साल की गुड्डन (कनिका मान) की हल्की-फुल्की कहानी है, जो अपनी जिंदगी में अक्सर भूल-चूक करती रहती है और इसके चलते हमेशा उसे अपने परिवार से यह सुनना पड़ता है कि वो कोई भी काम ढंग से नहीं कर सकती। फिर कुछ अजीब स्थितियां पैदा होती हैं, जिसमें वो अपने से ज्यादा उम्र की तीन बहुओं की भारत की सबसे कम उम्र की सास बन जाती है। टेलीविजन पर पहली बार हम सास-बहू की भूमिकाएं आपस में बदली हुई देखेंगे।

इस शो में तीन बहुएं अपने 40 साल के ससुर अक्षत (निशांत सिंह मलकानी) के लिए एक योग्य दुल्हन की खोज में निकलती हैं और अपने निजी स्वार्थ के चलते ये तीनों उनकी शादी 20 साल की गुड्डन से करा देती हैं। ऐसे घर में, जहां बड़ी बहुओं ने लंबे समय तक राज किया है, वहां नई नवेली सास गुड्डन को बाहरी और अनुभवहीन माना जाता है और उसे विरोध और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। अक्सर उससे यह कहा जाता है कि तुमसे ना हो पाएगा। यह शो 3 सितंबर से शुरू हो रहा है।

सीधी-सादी, पारंपरिक और आज्ञाकारी बहू का रोल है मेरा 
श्वेता ने बताया कि वे दुर्गा के किरदार में नजर आएंगी, जो अक्षत की सबसे बड़ी बहू हैं। वो एक सीधी-सादी, पारंपरिक और आज्ञाकारी बहू है। दुर्गा और उसकी देवरानियां मिलकर गुड्डन को अपने ससुर के लिए चुनती हैं। गुड्डन जोश से भरी एक बेपरवाह लड़की है, जो कोई भी जोखिम उठाने के लिए तैयार रहती है। इसी के चलते अक्सर उससे छोटी-छोटी गलतियां हो जाती हैं। वहीं, अक्षत एक बेहद समझदार इंसान हैं। इंदौर की पृष्ठभूमि पर आधारित गुड्डन...तुमसे ना हो पाएगा दो अलग-अलग इंसानों के सफर की कहानी है, जिसमें दोनों अपनी शादी को सुखी बनाने के लिए कोई रास्ता निकालने में जुटे हैं। जब गुड्डन और अक्षत की अलग-अलग दुनिया आपस में टकराएंगी तो बहुत-से नाटकीय मोड़ के साथ कुछ हल्के-फुल्के पल भी आएंगे। यह शो गुड्डन की एक खोज है, जिसमें वो ये साबित करने निकली है कि भले ही उसकी बुराई करने वाले कुछ भी कहें, वो तो किसी भी चुनौती का सामना कर सकती है।

अपने किरदार के बारे में बताते हुए श्वेता महाडिक कहती हैं कि दुर्गा एक सीधी-सादी और जिम्मेदार बहू है। वो अपने ससुर अक्षत की शादी करवाना चाहती है क्योंकि उसका मानना है कि उसके ससुर का भी एक जीवनसाथी होना चाहिए। गुड्डन तुमसे ना हो पाएगा जैसे शो का हिस्सा बनकर वाकई बहुत उत्साहित हूं। यह शो हमारी काबिलियत और खुद के बारे में हमारी आशंकाओं को लेकर एक मजबूत संदेश देता है। मैं पहले भी कुछ मौकों पर नागपुर आई हूं और आज इस शहर में अपने शो को प्रमोट करते हुए मुझे बेहद खुशी महसूस हो रही है। गुड्डन तुमसे ना हो पाएगा में सेहरिश अली, दलजीत सौंध, मयंक वर्मा, रेहान रॉय और और अन्य कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रहे हैं। 

Created On :   18 Aug 2018 6:20 PM IST

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