देश में शोध को बढ़ावा व सहयोग मिलना जरूरी : प्रो. सालुंखे

It is necessary to promote and support research in the country said salunkhe
देश में शोध को बढ़ावा व सहयोग मिलना जरूरी : प्रो. सालुंखे
देश में शोध को बढ़ावा व सहयोग मिलना जरूरी : प्रो. सालुंखे

डिजिटल  डेस्क, नागपुर। हम भारतीय निजी कामों में होशियार और सामूहिक जिम्मेदारियों में पीछे नजर आते हैं। समझना होगा कि यदि  हम मिल कर काम करें, तो बड़ी सफलता हासिल कर सकते हैं। ऐसी ही स्थिति रिसर्च क्षेत्र में भी है। शोध में भी आपसी सहयोग और जानकारियों का आदान-प्रदान जरूरी है। भारती विद्यापीठ पुणे के कुलगुरु प्रो. माणिकराव सालुंखे ने राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय परिषद के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार रखे। यह कार्यक्रम सिविल लाइंस स्थित देशपांडे सभागृह में आयोजित किया गया था।

केवल विज्ञान से ही देश की प्रगति नहीं
प्रो. सालुंखे ने कहा कि एक बात बार-बार सामने आती है कि हमारे देश में रिसर्च की गुणवत्ता गिर रही है। देश में कोई भी औद्योगिक क्रांति होती नजर नहीं आ रही है। ऐसे में इंटरडिसिप्लिनरी (अंतरशाखा) रिसर्च को बढ़ावा देने की जरूरत है। इसके लिए विश्वविद्यालयों को आगे आना होगा। केवल विज्ञान से देश की प्रगति नहीं होगी, बल्कि फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ, सांख्यिकी, कंप्यूटर साइंस जैसे विषयों की भी उतनी ही जरूरत है। यह परिषद नागपुर विश्वविद्यालय के फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ, स्टैटेस्टिक्स, कंप्यूटर साइंस पोस्ट ग्रेजुएट विभाग, लक्ष्मीनारायण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी  के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई है। कार्यकम की अध्यक्षता नागपुर विवि कुलगुरु डॉ. सिद्धार्थ विनायक काणे ने की। 

किया गया सत्कार
कार्यक्रम में कुलगुरु का चारों विभाग द्वारा मानपत्र, शॉल व श्रीफल देकर सत्कार किया गया। इसके साथ ही परिषद के विशेषांक का अतिथियों ने उद्घाटन किया। नागपुर  यूनिवर्सिटी से 79 वर्ष की उम्र में पीएचडी प्राप्त करने वाले श्रीचंद श्रीवास्तव का भी इस दौरान सत्कार किया गया। कार्यक्रम में  यूनिवर्सिटी प्रभारी कुलसचिव डॉ. नीरज खटी, एलआईटी संचालक डॉ. राजू मानकर, परिषद समन्वयक अधिष्ठाता डाॅ. जी. एस. खडेकर, इनोवेशन सेंटर संचालक डॉ. राजेश सिंह, वित्त व लेखा अधिकारी राजू हिवसे, परीक्षा नियंत्रक डॉ. प्रफुल्ल साबले, डॉ. संजय ढोबले उपस्थित थे। संचालन डॉ. मनीषा जोशी और डॉ. प्रियंका वर्णेकर ने किया। आभार डॉ. डी. एन. तांगडे ने माना। 
 

Created On :   14 Feb 2020 2:14 PM IST

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