अपनी जड़ों को मजबूत करने इतिहास को पढ़ना और लिखना जरूरी : लेखी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि इतिहास तो इतिहास है, इसकी सारी बातें पसंद नहीं आ सकती हैं या उनसे सहमत नहीं हुआ जा सकता है। लेकिन फिर भी अपनी जड़ों को मजबूत करने और भविष्य की नींव रखने के लिए अपने इतिहास को पढ़ना और लिखना जरूरी है। लेखी ने यह बात अभिलेखागार के 132वें स्थापना दिवस के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में ‘इंस्ट्रूमेंट्स ऑफ एक्सेशन एंड मर्जर : द जर्नी ऑफ इंटीग्रेशन’ शीर्षक वाली एक अभिलेखीय प्रदर्शन का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होने कहा कि यह प्रदर्शनी हमारे इतिहास को प्रदर्शित करती है। भारत के निर्माण में सहायता करने वाले दस्तावेजों और सभी राज्यों एवं रियासतों के दस्तावेजों को भी इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया है। उन्होने कहा कि आधुनिक भारत की नींव रखने वाले तथ्यों को चित्रित करना, पढ़ना या लिखना और समझना बेहद महत्वपूर्ण है। यह प्रदर्शनी मूल दस्तावेजों पर आधारित है। प्रदर्शनी में देश के विभिन्न हिस्सों के एकीकरण की प्रक्रिया से संबंधित चुनिंदा दस्तावेज भी प्रदर्शित किए गए हैं।
Created On :   11 March 2022 9:34 PM IST