जयेश पुजारी ले चुका है बम बनाने का प्रशिक्षण, अनुवादक के माध्यम से 11 घंटे हुई पूछताछ
डिजिटल डेस्क, नागपुर. भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के कार्यालय में फोन कर पहले 100 करोड़ और दोबारा 10 करोड़ रुपए का हफ्ता मांगने के आरोप में गिरफ्तार जयेश पुजारी उर्फ सलीम शाहिर नागपुर पुलिस की रिमांड पर है। जयेश पुजारी बेलगाम कारागृह में बंद दाऊद गैंग के दो गुर्गे के संपर्क में था। दाऊद गैंग, अल-कायदा, पीएफआई व लष्कर-ए-तोएबा ने जयेश को प्रतिबंधित संगठन के अन्य सदस्यों के साथ शस्त्र आैर बम बनाने का प्रशिक्षण लेने असम भेजा था। इसकी गोपनीय जांच शुरू की जा चुकी है। यह सनसनीखेज जानकारी सामने आते ही देश की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गई हैं। पुलिस के अलावा केंद्रीय जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गए कि, जयेश के आतंकी लिंक जुड़े हैं। बहरहाल, इस मामले में एजेंसियां काफी गोपनीयता बरती रही हैं। अब जयेश पर अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंट एक्ट (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अमूमन यह धारा आतंकी गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ लगाई जाती है। जयेश पुजारी के आतंकी लिंक के बारे में पता चलते ही बुधवार को पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार धंतोली थाने में देर रात तक डटे रहे।
अनुवादक के माध्यम से 11 घंटे हुई पूछताछ
थाने में आईबी की टीम ने जयेश से अनुवादक के माध्यम से 11 घंटे तक पूछताछ की। इस मामले में एनआईए भी पुजारी के अलावा बेलगांव जेल प्रशासन से पूछताछ कर सकती है। पहले यही कयास लगाया जा रहा था कि, जयेश ने जेल से भागने के लिए यह सबकुछ िकया, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी और आईबी के पूछताछ करने पर मामला काफी गंभीर लग रहा है।
दिल्ली और नागपुर कार्यालय में फोन - लगाकर लेता था जानकारी
सूत्रों के अनुसार करीब डेढ़ साल से जयेश बेलगाम जेल में स्मार्ट फोन का उपयोग कर रहा था। दाऊद गैंग और लश्कर-ए-तोएबा के कहने पर वह केंद्रीय मंत्री के दिल्ली और नागपुर कार्यालय में फोन कर जानकारी हासिल करने का प्रयास करता था। आतंकी साथियों के कहने पर ही उसने पहली बार 100 करोड़ की फिरौती मांगी थी। आतंकी कदाचित अपनी ताकत दिखाने के उद्देश्य से गडकरी को धमकी दिलवा रहे थे।
Created On :   14 April 2023 7:13 PM IST