Pune News: उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार पर 1800 करोड़ की जमीन घोटाले का आरोप

उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार पर 1800 करोड़ की जमीन घोटाले का आरोप
40 एकड़ जमीन सिर्फ 300 करोड़ में खरीदी, स्टांप शुल्क माफी पर बवाल

भास्कर न्यूज, पुणे। शिवसेना (ठाकरे गुट) के नेता अंबादास दानवे ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे पार्थ पवार पर 1800 करोड़ रुपये की जमीन मात्र 300 करोड़ रुपये में खरीदने का आरोप लगाया है। दानवे के अनुसार, पुणे के कोरेगांव पार्क क्षेत्र में करीब 40 एकड़ की महार वतन जमीन का यह सौदा किया गया। हैरानी की बात यह है कि इस सौदे पर सिर्फ 500 रुपये का स्टांप शुल्क भरा गया, जबकि वास्तविक स्टांप ड्यूटी करीब 21 करोड़ रुपये की थी।

दानवे ने सवाल उठाया कि मात्र एक लाख रुपये की पूंजी वाली 'अमेडिया कंपनी' इतनी बड़ी जमीन कैसे खरीद सकती है? उन्होंने कहा कि कंपनी ने 22 अप्रैल 2025 को आईटी पार्क और डेटा सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव दिया, और केवल 48 घंटे में उद्योग निदेशालय ने स्टांप ड्यूटी माफ करने की मंजूरी दे दी। इसके बाद सिर्फ 27 दिनों में पूरा लेन-देन संपन्न हो गया।

इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया ने भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 1804 करोड़ के सौदे पर 7 % के हिसाब से 126 करोड़ स्टांप ड्यूटी लगती है। 300 करोड़ के सौदे पर भी 21 करोड़ लगाना चाहिये था लेकिन स्टांप ड्यूटी 500 रुपये ही ले ली. उन्होंने कहा कि यह माफी मुफ्त में नहीं मिली होगी और सवाल किया कि इतनी बड़ी राशि कंपनी के पास कहां से आई। दमानिया ने इस मामले की ईडी और ईओडब्ल्यू से जांच की मांग करते हुए अजित पवार के इस्तीफे की भी मांग की।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पर संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास खारगे की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई है। वहीं, तहसीलदार सूर्यकांत येवले और उप-पंजीयक रवींद्र तारु को निलंबित कर दिया गया है। इससे मामले पर सरकार की गंभीरता साफ झलक रही है।

.. तब कुछ भी गलत न करने की हिदायत दी थी - अजित पवार

इस मामले में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जो भी मामला चल रहा है। मुझे अभी उसकी पूरी जानकारी नहीं है। मैं उस मामले से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा नहीं हूं। महाराष्ट्र के लोग मुझे 35 सालों से जानते हैं। मैंने इस मामले की पूरी जानकारी हासिल करने का फ़ैसला किया है। मैंने दो-चार महीने पहले इस तरह की किसी घटना के बारे में सुना था। मैंने कुछ भी गलत न करने की हिदायत भी दी थी। लेकिन इस बीच क्या हुआ? मुझे नहीं पता। मैंने कभी भी अधिकारियों को यह निर्देश नहीं दिया कि मेरे करीबी या दूर के रिश्तेदारों को फायदा हो। मैंने कभी भी अधिकारियों को बुलाकर कोई आदेश नहीं दिया। इसके विपरीत इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री होने के नाते मैं सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से कहूँगा कि अगर कोई मेरे नाम का इस्तेमाल गलत काम करने या नियमों के विरुद्ध काम करने के लिए करता है, तो मेरा उसका समर्थन नहीं होगा। मैं कानून और नियमों के दायरे में काम करने वाला व्यक्ति हूं, ऐसा अजित पवार ने कहा।

Created On :   6 Nov 2025 6:56 PM IST

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