- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- कलमना डबलिंग पर ‘जीएसटी’ की चोट,...
कलमना डबलिंग पर ‘जीएसटी’ की चोट, कॉन्ट्रेक्ट कॉस्ट बढ़ने से ठेकेदारों ने किया काम बंद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हावड़ा लाइन को नागपुर स्टेशन से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानेवाली कलमना डबलिंग को साकार होने में कुछ दिन ही बाकी थे कि लाइन जीएसटी के भंवरजाल में फंस गई। एसे में इसके पूरा होने में कितना समय लगेगा, यह रेलवे अधिकारी भी नहीं बता पा रहे हैं। हालांकि 15 अगस्त को इसे हरी झंडी दिखाई जानी थी। लेकिन 1 जुलाई से जीएसटी लागू होते ही कॉन्ट्रेक्ट कॉस्ट बढ़ जाने के कारण ठेकेदारों ने काम ही बंद कर दिया है। वर्तमान में इस लाइन का एनआई (नॉन इंटरलॉकिंग वर्क) ही नहीं हुआ है, जबकि भारी मशक्कत के बाद अतिक्रमणकारियों को इस लाइन से खदेड़ा गया था।
कलमना को जोड़ने के लिए एक मात्र लाइन
वर्तमान में नागपुर से कलमना को जोड़ने के लिए केवल एक ही लाइन है। जिस पर आवागमन क्षमता से अधिक है। हावड़ा से आनेवाली गाड़ियों को अक्सर घंटों आउटर पर खड़ा किया जाता है। लगातार ध्यानाकर्षित करने के बाद दपूम रेलवे नागपुर के हद में लाइन को बनाने की घोषणा रेल बजट 2007-08 में की गई थी। इसकी लागत कुल 37 करोड़ तय हुई थी। पहले निधि का अभाव, फिर अतिक्रमण का अड़ंगा व अब जीएसटी का झमेला, लाइन मुसीबत से उबर ही नहीं पा रही है।
वित्त मंत्रालय को लिखा पत्र
रेलवे के अधिकृत सूत्रों के अनुसार, एक ही नहीं, बल्कि दपूम रेलवे व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के साथ पूरी भारतीय रेलवे में जीएसटी के कारण कई ठेकेदारों ने काम बंद कर रखा है। रेलवे बोर्ड की ओर से वित्त मंत्रालय को पत्र लिखते हुए 1 जुलाई के पहले शुरू हुए काम में रियायत की मांग की गई है।
183 झोपड़ियों को हटाने में छूटा था पसीना
नई लाइन के लिए रेलवे ने कदम उठाए ही थे कि दो जगहों पर अतिक्रमण की जानकारी मिली। पहले चरण में 110 और दूसरे चरण में 73 झोपड़ियां एड़ी चोटी का जोर लगाकर हटाई गईं। साल 2017 में इन्हें भी हटाकर दूसरी जगह पर घर दिया गया।
Created On :   15 Sept 2017 9:25 AM IST