सफाई छोड़ वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन में लगे कनक के कर्मचारी 

Kanak Employees engaged in voter list verification leaved Cleansing
सफाई छोड़ वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन में लगे कनक के कर्मचारी 
सफाई छोड़ वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन में लगे कनक के कर्मचारी 

चंद्रकांत चावरे,नागपुर। शहर का कचरा उठाकर भांडेवाड़ी में डंप करने का जिम्मा जिस एजेंसी को दिया गया है, उसके कर्मचारी वोटरों की कलर फोटो संग्रह करने का काम कर रहे हैं। कनक रिसोर्सेस प्राइवेट लिमिटेड को मनपा ने शहर का कचरा भांडेवाड़ी में डंप करने का ठेका दिया है। अब इस कंपनी के 50 कर्मचारी अपने काम के समय में ही वोटर लिस्ट वेरेफिकेशन के लिए वोटरों की फोटो जमा कर रहे हैं। कनक के कर्मचारियों को 3.60 लाख वोटरों की लिस्ट दी  गई है। 13 मार्च 2018 से यह काम शुरू किया गया है। इसके बदले में कनक के कर्मचारियों को बतौर मानधन 1 से 1.50 रुपया मिलने वाला है। खास बात यह है कि कनक के कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे नये काम के बारे में मनपा प्रशासन को शिकायत आने से पहले तक इसकी जानकारी तक नहीं थी। 2019 के चुनाव के मद्देनजर जिला चुनाव कार्यालय ने कनक को यह काम सौंपा है।

10 फीसदी ही हो सका काम
सूत्रों ने बताया कि कनक के कर्मचारियों को वोटर लिस्ट का काम उनके मूल काम के समय के बाद करना है। उनका काम का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक बताया गया है। इस अवधि के बाद ही कर्मचारियों को वोटर लिस्ट का काम करने को कहा गया है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। कर्मचारी अपने काम के समय में कंची मारकर वोटर लिस्ट का काम कर रहे हैं। अधिकतर इलाकों में काम के समय में ही सूची के अनुसार लोगों से उनकी रंगीन फोटो मांगी जा रही है। मनपा और कनक के अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। कर्मचारियों पर निगरानी रखने वाला कोई नहीं है। सूत्रों ने बताया कि जिला चुनाव कार्यालय ने कनक को 31 मार्च तक 70 फीसदी काम पूरा करने को कहा था, लेकिन अब तक केवल 10 फीसदी ही काम हो सका है।

फोटो के साथ  जुटा रहे जानकारी
एक ओर कनक के अधिकारी बता रहे हैं कि जिनके फोटो नहीं हैं या जिनके ब्लैक एंड व्हाइट फोटो हैं, ऐसे मतदाताओं के कलर फोटो जमा करने हैं। कर्मचारियों को सौंपी गई सूची में उनके नाम के आगे फोटो चिपकाने हैं। सूत्रों ने बताया कि इतना ही काम दिया गया है। जबकि कर्मचारियों के अनुसार जिन लोगाें ने घर छोड़ दिया है, जो अन्यत्र रहने चले गए हैं, सूची में इस बात का उल्लेख भी करना है। इसके अलावा जिन मतदाताओं की मृत्यु हो चुकी है, उनके नामों के आगे इस बात का उल्लेख किया जा रहा है। कुल मिलाकर फोटो जमा करने के नाम पर सूची का वेरीफिकेशन कराया जा रहा है।

स्वच्छता पर नहीं होगा असर
जिला चुनाव कार्यालय ने कनक को वोटर लिस्ट के लिए फोटो जमा करने का काम दिया है। इसके लिए जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक हुई थी। हमारा डोर टू डोर नेटवर्क होने से यह काम हमें सौंपा गया है। कंपनी के 50 कर्मचारी इस काम में लगे हैं। हमारे कर्मचारी अपने मूल काम के समय के बाद ही मतदाता सूची का काम कर रहे हैं। हमने सभी को बताया है कि स्वच्छता के काम में कोई कोताही न बरती जाए। 
(कमलेश शर्मा, व्यवस्थापक कनक रिसोर्सेस मैनेजमेंट कंपनी)

कंपनी को फटकार लगायी
कनक ने वोटर लिस्ट का काम कब लिया और शुरू किया इसकी जानकारी हमें नहीं दी गई। जब हमारे पास शिकायतें आईं तो हमने कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी को कार्यालय में बुलाया। उससे पूछताछ की। इसके बाद कंपनी के अधिकारी को फटकार लगाते हुए बताया कि शहर की स्वच्छता में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। ठेका नियमों के अनुसार सफाई काम के तय समय के दौरान वोटर लिस्ट का काम नहीं होना चाहिए। इस समय के बाद भले ही कनक के कर्मचारी दूसरे काम करें, हमें आपत्ति नहीं है। यदि सुबह 7 से दोपहर 2 बजे के बीच वोटर लिस्ट का काम करते पाए गए तो हम कंपनी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। अभी तक हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आयी है।  
(डॉ. प्रदीप दासरवार, स्वास्थ्य अधिकारी मनपा)

फोटो जमा करने का काम दिया 
हमने कनक रिसोर्सेस मैनेजमेंट कंपनी को वोटर लिस्ट के लिए कलर फोटो जमा करने का काम दिया है। इस संबध में अभी तक कोई मानधन तय नहीं हुआ है। करीब 3.60 लाख मतदाताओं की सूची दी गई है। इसमें से 2 लाख मतदाताओं के फोटो जमा करना है। कितने समय में, कितना काम किया गया इस आधार पर 1 से 1.50 रुपया देने का विचार किया जाएगा।  (बी.एस. घुगे, उप जिला चुनाव अधिकारी)


 

Created On :   10 April 2018 4:17 PM IST

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