2400 करोड़ की लागत से बनेगा कन्हान डाय‌वर्शन प्रोजेक्ट, 5 साल बाद मिलेगा पानी

Kanhan diversion project built cost of 2400 crores, water will be available after 5 years
2400 करोड़ की लागत से बनेगा कन्हान डाय‌वर्शन प्रोजेक्ट, 5 साल बाद मिलेगा पानी
2400 करोड़ की लागत से बनेगा कन्हान डाय‌वर्शन प्रोजेक्ट, 5 साल बाद मिलेगा पानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जलसंकट समस्या पर 15 साल से आंख मूंदे बैठी सरकार और मनपा ने प्यास लगने पर कुआं खोदने की तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल इस ‘कुएं’ का पानी शहर के नागरिकों को 5 साल के बाद ही मिलेगा। राज्य सरकार ने 2400 करोड़ रुपए की लागत से कन्हान डायवर्शन प्रोजेक्ट, जबकि मनपा ने कन्हान-कोलार संगम पर बांध, रोहना गांव के समीपस्थ कन्हान नदी पर  पंप हाउस और नवेगांव खैरी से कन्हान तक पाइपलाइन के जरिए पानी लाने की योजनाएं बनाई हैं।

कन्हान नदी पर पंप हाउस और नवेगांव खैरी से कन्हान तक पाइपलाइन जोड़ने की योजना अगले एक साल में पूरी करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन कन्हान डायवर्शन प्रोजेक्ट और कन्हान-कोलार संगम पर बांध बनाने की योजना को कितना समय लगेगा, अभी कोई स्पष्ट तौर पर कह नहीं रहा है। अभी यह प्राथमिक स्तर पर है। ऐसे में 5-6 साल के पहले यह योजनाएं मूर्त रूप ले पाएंगी, इसकी संभावना कम है। इस कारण शहरवासियों को जलसंकट से स्थायी समाधान के लिए कम से कम 5 साल इंतजार करना होगा। 

शहरवासी अब तक के सबसे भीषण जलसंकट का सामना कर रहे हैं। मनपा और राज्य सरकार की इसमें बड़ी उदासीनता मानी जा रही है। 15 साल पहले जलसंकट से निपटने प्रयास शुरू कर देते तो आज चौरई बांध और मध्यप्रदेश सरकार पर हमें निर्भर नहीं रहना पड़ता। हालांकि 15 साल से ही मनपा खुद का जलस्रोत बनाने का वादा कर रही है, लेकिन अब तक यह वादा पूरा नहीं हो पाया। जलसंकट गहराने के बाद अब राज्य सरकार और मनपा ने हाथ-पैर मारने शुरू कर दिए हैं। इस दिशा में अब कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं। 

 हाल में राज्य सरकार ने 2400 करोड़ रुपए की लागत से कन्हान डायवर्शन प्रोजेक्ट की घोषणा की है। मध्यप्रदेश से आने वाली कन्हान नदी से एक सुरंग के जरिए पानी तोतलाडोह तक लाया जाएगा। 10 टीएमसी पानी इससे मिलेगा। प्रोजेक्ट भी काफी बड़ा है। फिलहाल अभी मंत्रिमंडल की सैद्धांतिक मंजूरी मिली है। प्राथमिक चरण में है। न डीपीआर बना और न मध्यप्रदेश सरकार से इस संबंध में कोई चर्चा हुई है। एेसे में अब इसे अनेक प्रक्रियाओं से गुजरकर लंबा सफर तय करना है। 

यही हाल कन्हान-कोलार संगम बांध का है। दो साल से इसकी चर्चा तेज है। पुणे की एक संस्था ने सर्वे कर अपनी रिपोर्ट मनपा को सौंपी है। यह प्रकल्प भी 500 करोड़ रुपए की लागत का बताया जा रहा है। मनपा, राज्य सरकार और केंद्र सरकार का इसमें 33-33 प्रतिशत हिस्सा रहने की चर्चा है। विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल (वीआईडीसी) इसका डीपीआर बना रहा है। 3 महीने में डीपीआर बनने का दावा किया गया है। हालांकि डीपीआर बनने के बाद प्रोजेक्ट मनपा बनाएगी या सिंचाई विभाग, यह सरकार तय करेगी। 

नवेगांव-खैरी से राइट बैंक कैनल के जरिए 44.7 किलो मीटर की पाइपलाइन कन्हान तक लाने की तैयारी है। 80 करोड़ का यह प्रोजेक्ट है। 23 किलोमीटर का सर्वे होने की जानकारी है। इससे पानी की बड़े पैमाने पर बचत होने का दावा किया गया है। अगले एक साल में यह प्रोजेक्ट बनकर तैयार होने का दावा है। 

कन्हान नदी पर रोहना गांव के पास पंप हाउस बनाने की तैयारी है। मनपा की पाइपलाइन जहां से जाती है, वहां से कन्हान नदी क्रॉस होती है। उस जगह एक पंप हाउस बनाकर पानी लिफ्ट किया जाएगा। इससे करीब 40 एमएलडी पानी की बचत होने का दावा किया गया है। यह प्रोजेक्ट भी करीब 8 करोड़ रुपए का है। अगले एक साल में पूरा होने का दावा है। 

Created On :   29 Aug 2019 1:03 PM IST

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