कन्हान नप का मुख्याधिकारी 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

Kanhan Knapp chief officer arrested taking bribe of 50 thousand
कन्हान नप का मुख्याधिकारी 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
कन्हान नप का मुख्याधिकारी 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क,नगपुर।  कन्हान नगर परिषद के मुख्याधिकारी को कामठी के गरुड़ चौक पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने ठेकेदार से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया। इस खबर से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, कन्हान नगर परिषद के मुख्याधिकारी सतीश नारायण गावंडे (38) ने ठेकेदार से ठेकेदारी के लाइसेंस के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र के लिए रिश्वत मांगी थी। दरअसल कन्हान गुरफडे ले-आउट, रामनगर के एक युवा ठेकेदार ने ठेके के लाइसेंस के लिए पारशिवनी के तहसीलदार वरुन सहारे को छ: माह पूर्व आवेदन किया था। यह युवा ठेकेदार मिट्टी उत्खनन की ठेकेदारी करता था।

कार्रवाई के बाद थाने को दी जानकारी
मुख्याधिकारी गावंडे अपनी कार से पैसे लेने गरुड़ चौक पहुंचे। जैसे ही उन्होंने रिश्वत के पैसे स्वीकारे वहां पर पहले से दबिश देकर खड़े ब्यूरो के अधिकारियों ने गावंडे को पैसों के साथ रंगेहाथों गिरफ्तार किया। घटनास्थल जूनी कामठी पुलिस थाना अंतर्गत आने से घटना की जानकारी थाने को दी गई। कामठी के जूना पुलिस थाने में धारा 7 भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया। खबर लिखे जाने तक कार्रवाई जारी थी। कार्रवाई एसीबी नागपुर विभाग के पुलिस अधीक्षक रश्मि नांदेडकर, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश दूधलवार के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक दिनेश लबडे, शालिनी जांभूलकर, निशा उमरेडकर, राहुल बारई, राजेश बंसोड आदि ने की। बता दें कि, सतीश गावंडे विगत डेढ़ वर्ष से कन्हान के मुख्याधिकारी के पद पर कार्यरत है।

दो माह से लटका कर रखा था ठकेदार का लाइसेंस
लाइसेंस प्राप्त करने के विषय को लेकर तहसीलदार वरुन सहारे ने कन्हान के उक्त युवा ठेकेदार का प्रस्ताव कन्हान नगर परिषद के मुख्याधिकारी सतीश नारायण गावंडे को अनापत्ति प्रमाणपत्र व रिपोर्ट पेश करने के लिए दो माह पहले ही प्रस्ताव भेज दिया था लेकिन, सभी बातें सही होने के बावजूद मुख्याधिकारी गावंडे ने इस प्रस्ताव पर कोई कार्यवाही न करते हुए मामले को दबाए रखा था। थोड़े समय बाद जब उस युवा ठेकेदार ने मुख्याधिकारी गावंडे से संपर्क कर प्रमाणपत्र देने की गुजारिश की तो मुख्याधिकारी गावंडे ने इसके ऐवज में एक लाख रुपए की मांग की। इसकी पहली किस्त याने आधी रकम 50 हजार रुपए गुरुवार को देना तय हुआ लेकिन, उस युवा ठेकेदार को रिश्वत देना मंजूर नहीं था, इसलिए उसने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से इसकी शिकायत की। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ब्यूरो के अधिकारियों ने जाल बिछाया। तय योजना के तहत उस युवा ठेकेदार ने मुख्याधिकारी गावंडे को कामठी के गरुड़ चौक पर पैसे लेने बुलाया। 

Created On :   20 March 2020 7:16 AM GMT

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