स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर महिलाओं को समर्पित कवि सम्मेलन, एक से बढ़कर एक रचनाएं सुन खूब बजी तालियां

Kavi Sammelan dedicated to women on the eve of Independence Day
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर महिलाओं को समर्पित कवि सम्मेलन, एक से बढ़कर एक रचनाएं सुन खूब बजी तालियां
संतरा नगरी स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर महिलाओं को समर्पित कवि सम्मेलन, एक से बढ़कर एक रचनाएं सुन खूब बजी तालियां

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जहा कवियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। खास बात है कि यह कवि सम्मेलन महिलाओं को समर्पित किया गया। जिसमें जाने-माने कवियों ने अपनी रचनाएं पेश कर खूब तालियां बटोरीं। छवि पब्लिकेशन के सहियोग से स्त्रीवादी कवि सम्मेलन भूरे भवन में आयोजिक किया गया। जिसमें कवि जावेज पाशा की प्रमुख उपस्थिति रही, जावेद की रचनाएं जमीन से जुड़ी हैं, उन्होंने कार्यक्रम में जमकर तालियां बटोरी। इस मौके पर दैनिक भास्कर से कलाम अहमद खान का आभार व्यक्त किया गया। मंच का आंशिक संचालन करते हुए जावेज पाशा ने साहित्य सेवा के लिए डिजिटल पोर्टल भास्कर हिन्दी डाट काम का आभार जताया, कवि तजिन्दर सिंघ ने नारी शक्ति को नमन करते हुए रचना पेश की, साथ ही उनका सम्मान किया गया। 

देखा जाए तो महिलाओं का बड़ा योगदान देश की उन्नति में 20 वीं सदी से ही  रहा है, हालांकि यह योगदान 21वीं सदी में और बढ़ा। नतीजतन आज की नारी केवल घर की शान ही नहीं है। बल्कि देश सेवा में भी कहीं आगे है। 

महिलाओं के प्रति समाज का दृष्टिकोण बदल रहा है, जो वास्तव में कल्याणकारी है. कार्यक्रम की संयोजक रौशनी गनवीर ने महिलाओं का हौंसला बढ़ाते हुए रचना पेश की। 

महिलाओं का आत्मविश्वास जगाने और मनोबल बढ़ाने के कवि ऊर्जा रजनी ने अपनी रचना से खूब तालियां बटोरीं

इस दौरान कवि ह्दय चक्रधर ने बेटी बचाओ का नारा साकार करते हुए कहा कि मां मैं बेटी हूं मुझे दुनिया में आने दो। 

Created On :   14 Aug 2022 8:08 PM IST

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