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प्रशासन की लापरवाही से शहर को नहीं मिला 60 केएल केरोसीन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागरी आपूर्ति विभाग की लापरवाही का खामियाजा केरोसीन विक्रेता व उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है। समय पर अलाटमेंट लेटर नहीं भेजने से शहर को 60 किलोलीटर केरोसीन नहीं मिल सका। प्रशासन की तरफ से तय मियाद बढ़ाकर देने का पत्र भी देरी से भेजा गया। शहर में हर महीने लगभग 168 केएल केरोसीन की जरूरत होती है। 1 केएल यानी एक हजार लीटर केरोसीन होता है। सरकार की तरफ से केरोसीन के लिए हर महीने तय तारीख पर प्रशासन को अलाटमेंट लेटर मिलता है। 11 जुलाई को सरकार की तरफ से खाद्यान्न आपूर्ति अधिकारी नागपुर शहर को अलाटमेंट लेटर मिला। यहां से अलाटमेंट संंबंधी पत्र 19 जुलाई को शहर के सभी 6 जोन में भेजा गया। जोन कार्यालयों से तेल कंपनी को 22 जुलाई के बाद अलाटमेंट लेटर भेजा गया। तय तारीख निकल जाने से तेल कंपनी ने शहर के डिपो में केरोसीन नहीं भेजा। जुलाई महीने में शहर को तय कोटे से 60 केएल केरोसीन कम मिला। इधर उपभोक्ता राशन दुकानों में पहुंचकर केरोसीन के लिए लाइनें लगा रहे हैं। उपभोक्ता व केरोसीन विक्रेताओं में ही शाब्दिक विवाद हो रहा है।
अधिकारियों की गलती हम क्यों भुगतें
अधिकारियों ने तय समय पर तेल कंपनी को अलाटमेंट लेटर नहीं भेजा। इसलिए शहर को कुल तय कोटे में से 60 केएल केरोसीन नहीं मिला। अधिकारियों की गलती का परिणाम केरोसीन विक्रेता क्यों भुगते। अधिकारियों ने मियाद बढाने संबंधी पत्र भी शासन को देरी से भेजा। जुलाई में जो तेल नहीं मिला, वह तेल अगस्त महीने में मिलना चाहिए। अधिकारियों ने इस दिशा में कदम उठाकर अपनी गलती सुधारने की कोशिश करनी चाहिए।
-संजय पाटील, अध्यक्ष, विदर्भ रास्त भाव व केरोसीन विक्रेता संगठन.
खबर के संबंध में प्रशासन का पक्ष जानने के लिए खाद्यान्न आपूर्ति अधिकारी अनिल सवई को कई बार मोबाइल किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। हर बार मोबाइल की घंटी बजती रही। मोबाइल पर मैसेज भी भेजा गया, लेकिन जवाब नहीं मिल सका।
Created On :   3 Aug 2019 7:50 PM IST