दूसरों के घर का काम करने वाले महिलाओं का जानें हाल- पेट की आग के सामने बौना है कोरोना का डर

Know the condition of women doing housework of other homes
दूसरों के घर का काम करने वाले महिलाओं का जानें हाल- पेट की आग के सामने बौना है कोरोना का डर
दूसरों के घर का काम करने वाले महिलाओं का जानें हाल- पेट की आग के सामने बौना है कोरोना का डर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मजदूरी करने बाहर से आए सैंकड़ों परिवारों के पास राशन कार्ड तक नहींं, ऐसे में उनके सामने समस्या खड़ी हो गई कि अब जब काम नहीं है तो घर खर्च कैसे चलेगा, राशनकार्ड नहीं तो राशन कैसे मिलेगा, जिनके पास राशन कार्ड है उन्हें भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। सतरंजीपुरा के घरों में काम करने वाली एक महिला मजदूर फैमिदा शेख ने बताया कि वह कोरोना संकट के बारे में जानती हैं। यह सब जानकर भी उसने काम पर जाना बंद नहीं किया, यह सवाल करने पर कहती है, क्या करें, परिवार का पेट पालना है। दूसरा कोई रास्ता भी तो नहीं है। आगरा से नागपुर आए एक साल हो गया। वहां बेरोजगारी ने जीना मुश्किल कर दिया था। यहां आकर दूसरों के घरों में बर्तन, पोंछा लगाकर परिवार का पेट पाल रही है। यही रहना है, इसलिए राशन कार्ड बनवाया। कार्ड 6 बने महीने हो गए। दुकान के चक्कर काट रही हूं। राशन नहीं मिल रहा है। पति बीमार है। परिवार के पालन-पोषण की जिम्मेदारी संभाल रही हूं। जानती हूं, कोरोना संक्रमण हमारे देश और शहर पर बड़ा संकट है, लेकिन परिवार का पेट पालना भी तो जरूरी है। यह कहते हुए उसकी आंखें भर आई।

Created On :   15 April 2020 3:03 PM IST

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