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कोश्यारी ने कहा - पत्रकारिता का मतलब तलवार की धार पर चलना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि पद्म पुरस्कारों से सम्मानित लोगों की सूचि में इस बार ऐसे गुमनाम चेहरे शामिल थे, जो लोकप्रियता की चकाचौंध से दूर समाज में अपना योगदान दे रहे हैं। आज जिस तरह केन्द्र सरकार आम आदमी को खास सम्मान दे रही है, उसी तरह हम सभी को अपने जीवन में ऐसे लोगों की खोज करनी चाहिए और उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। कोश्यारी ने ये बातें वरिष्ठ पत्रकार एवं कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति प्रो बल्देव भाई शर्मा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केन्द्रित पुस्तक ‘मानुष जनम अमोल’ के समारोह में कही। दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके ने की। कोश्यारी ने कहा कि पत्रकारिता का मतलब तलवार की धार पर चलना है और जब आप किसी मिशन के साथ मीडिया में काम करते हैं, तो ये रास्ता और भी कठिन हो जाता है। पत्रकारों को हमेशा याद रखना चाहिए कि समाज के प्रति उनकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
समय के साथ बदली है पत्रकारिता : उइके
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसूइया उइके ने कहा कि समय के साथ पत्रकारिता को कई परिवर्तनों से गुजरना पड़ा है। पहले समाचार प्राप्त करने में काफी समय लगता था, लेकिन आज मिनटों में सोशल मीडिया के माध्यम से समाचार वायरल हो जाता है। उन्होने कहा कि बल्देव भाई शर्मा मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के संवाहक रहे हैं। उन्होने अपने मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया और पूरा जीवन समाज और राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया। इस मौके पर प्रो बल्देव भाई ने कहा कि एक पत्रकार को कम बोलना चाहिए और ज्यादा पढ़ना चाहिए। समारोह में आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो संजय द्विवेदी भी मौजूद थे।
Created On :   12 Nov 2021 8:18 PM IST