- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- छिंदवाड़ा
- /
- इलाज के अभाव में महिला की मौत,...
इलाज के अभाव में महिला की मौत, श्रमिक संगठनों ने शुक्रवार को अस्पताल में किया जमकर हंगामा

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा /जुन्नारदेव। वेकोलि के वेलफेयर अस्पताल में आया के पद पर कार्यरत महिला कामगार बूंदी बाई पति स्व. मंगलू की तबीयत खराब होने पर उसके परिजन गुरुवार शाम उसे लेकर वेकोलि कन्हान क्षेत्र के वेलफेयर अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने महिला कर्मी का प्राथमिक उपचार किए बिना ही उसे बड़कुही अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इस दौरान प्राथमिक उपचार भी नहीं किया गया। बड़कुही में देरी से उपचार होने के कारण महिला कामगार की मौत हो गई, जिसको लेकर शुक्रवार को वेकोलि के श्रमिक संगठनों और कामगार के परिजनों ने वेलफेयर अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
श्रमिक संगठनों और कामगारों ने अस्पताल के कैबिन ने सीएमओ को घेर लिया। लगभग सवा घंटे तक उन्हें कमरे में ही बैठाकर रखा गया। इस घटना की सूचना मिलने के बाद तहसीलदार किरण बरबड़े, नायब तहसीलदार दिनेश उईके, थाना प्रभारी जीएस उईके, दमुआ थाना प्रभारी सहित वेकोलि के अधिकारी अस्पताल पहुंचे, जिसके बाद श्रमिक संगठनों, वेकोलि अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बैठक हुई, जिसमें सीएमओ वसु ने इस घटना पर खेद जताया और मृतक महिला कर्मी के परिजनों से माफी मांगी।
इसके बाद भी श्रमिक संगठनों ने इस पूरे मामले की जांच करवाए जाने और दोषी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग वेकोलि प्रबंधन से की है। वेलफेयर अस्पताल में आयोजित बैठक के दौरान एचएमएस, इंटक, बीएमएस के पदाधिकारी, वेकोलि के एरिया कार्मिक प्रबंधक एसके वांदे, क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी वीके गुप्ता, खान प्रबंधक घोरावाड़ी तेजाराम बालोच, उपप्रबंधक एके पांडे, कार्मिक प्रबंधन वित्त आकाश सिंघई, वेलफेयर अस्पताल के सीएमओ एस बसु, डॉ. नलीन, डॉ. पृथ्वी सहित स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
अस्पताल बंद करने की साजिश
वेकोलि अस्पताल में वर्तमान में सात चिकित्सक पदस्थ हैं, जिसमें से तीन चिकित्सकों का स्थानांतरण किए जाने की भी खबर मिल रही है, जिसकी पुष्टि होना बाकी है। श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि वेकोलि कन्हान क्षेत्र के तीन हजार कामगारों का उपचार इस अस्पताल में होता है। उन्होंने अस्पताल को बंद करने की साजिश के आरोप भी प्रबंधन पर लगाए हैं।
चिकित्सकों का किया घेराव
मृतक महिला कर्मी के परिजनों और श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों ने अस्पताल में बीएमओ सहित चार चिकित्सकों का घेराव किया और उन्हें उनके कैबिन में ही बैठाकर रखा। दोपहर 1 बजे जब तहसीलदार सहित प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल पहुंचे, तब जाकर चिकित्सकों के कैबिन से श्रमिक संगठन के पदाधिकारी हटे।
सीएमओ की कार्यप्रणाली पर सवाल
श्रमिक संगठनों का कहना है कि अस्पताल के सीएमओ डॉ. बसु दंत रोग के विशेषज्ञ हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्हें सीएमओ नियुक्त कर दिया गया, जिसके कारण अस्पताल में अव्यवस्था का माहौल है।
Created On :   28 July 2018 1:42 PM IST