कालीचरण को हिरासत में लेगी महाराष्ट्र पुलिस, छत्तीसगढ़ पहुंची पुणे पुलिस, दर्ज हुई हैं तीन एफआईआर 

Maharashtra Police will take Kalicharan into custody
कालीचरण को हिरासत में लेगी महाराष्ट्र पुलिस, छत्तीसगढ़ पहुंची पुणे पुलिस, दर्ज हुई हैं तीन एफआईआर 
विवादित संत कालीचरण को हिरासत में लेगी महाराष्ट्र पुलिस, छत्तीसगढ़ पहुंची पुणे पुलिस, दर्ज हुई हैं तीन एफआईआर 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अपने आपत्तिजनक बयान को लेकर चर्चा में आए कालीचरण महाराज की मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ पुलिस द्व्रारा गिरफ्तारी के बाद अब महाराष्ट्र पुलिस भी उसे हिरासत में लेने की कोशिश में जुट गई है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के मामले में उसके खिलाफ अकोला, ठाणे और पुणे पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुणे पुलिस की एक टीम कालीचरण महाराज को हिरासत में लेने के लिए छत्तीसगढ़ पहुंच गई है। 

पुणे पुलिस को हिरासत मिलने के बाद ठाणे और अकोला पुलिस भी उसे हिरासत में लेने की कोशिश करेगी। मूल रूप से राज्य के अकोला के रहने वाले कालीचरण महाराज ने कुछ दिनों पहले छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्म संसद में नाथूराम गोडसे की तारीफ करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। विधानमंडल के शीतसत्र के दौरान अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने यह मुद्दा उठाया था और कालीचरण महाराज पर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार ने मलिक को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि मंत्री के तौर पर ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करना उनकी जिम्मेदारी है वे किसी और से ऐसी मांग क्यों कर रहे हैं।

इसके बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एलान किया था कि सरकार कालीचरण के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई करेगी। इसके बाद कालीचरण के खिलाफ महाराष्ट्र में एफआईआर दर्ज करने का सिलसिला शुरू हो गया। ठाणे में तो राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड की शिकायत पर ही कालीचरण महाराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इससे साफ है कि सरकार महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज को सबक सिखाने की मूड में है। 

कौन है कालीचरण महाराज
कालीचरण महाराज मूल रूप से महाराष्ट्र के अकोला स्थित शिवाजी नगर का रहने वाला है। उनका असली नाम अभिजीत सारग है। कालीचरण ने सिर्फ आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। पढ़ाई में मन न लगने के चलते परिवार ने उन्हें इंदौर में रहने वाली उनकी मौसी के घर भेज दिया था। यहां से वे संत भय्युजी महाराज के आश्रम में जाने लगे। बाद में उन्हें कालीचरण महाराज के नाम से नई पहचान मिली। उनके द्वारा गाया गया ‘शिव तांडव स्त्रोत’ सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।      
 

Created On :   30 Dec 2021 6:21 PM IST

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